179. …… के अनुसार, संसद ने संविधान में संशोधन (42वां संवैधानिक संशोधन) किया और संविधान की उद्देशिका में ‘पंथनिरपेक्ष’, ‘समाजवादी’ और ‘अखंडता’ को शामिल किया।
(a) अनुच्छेद 366
(b) अनुच्छेद 359
(c) अनुच्छेद 368
(d) अनुच्छेद 358
Ans. (c): अनुच्छेद-368 के अनुसार संसद सं ने संविधान में संशोधन (42वाँ संवैधानिक संशोधन) किया और संविधान की उद्देशिका में पंथनिरपेक्ष, समाजवादी और अखण्डता शब्द को शामिल किया।
180. ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द को…… संशोधन अधिनियम के द्वारा भारत के संविधान की उद्देशिका में जोड़ा गया था।
(a) बयालीसवें
(b) चौवालीसवें
(c) पहले
(d) सातवें
Ans. (a): 42वाँ संशोधन अधिनियम, 1976 सबसे महत्वपूर्ण संशोधन है, इसे ‘लघु संविधान’ के रूप में भी जाना जाता है। इसके द्वारा संविधान की उद्देशिका में समाजवादी, पंथनिरपेक्ष तथा अखंडता तीन नए शब्दों को जोड़ा गया।
181. भारतीय संविधान की प्रस्तावना में आए शब्द ‘ का अर्थ ‘राज्य के निर्वाचित प्रमुख’ से है।
(a) प्रभुत्व संपन्न
(b) गणराज्य
(c) समाजवादी
(d) लोकतांत्रिक
Ans. (b): भारतीय संविधान की प्रस्तावना में आए शब्द गणराज्य का अर्थ राज्य के निर्वाचित प्रमुख से है। राज्य का निर्वाचित प्रतिनिधि एक निश्चित अवधि के लिए चुना जाता है, उसका पद वंशानुगत नहीं होता है।
182. भारतीय संविधान में किस संशोधन द्वारा ‘संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य’ शब्दों को बदलकर ‘संप्रभु समाजवादी धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य’ कर दिया गया, और ‘राष्ट्र की एकता’ शब्दों को भी बदलकर ‘राष्ट्र की एकता और अखंडता कर दिया गया?
(a) 53वें
(b) 42वें
(c) 31वें
(d) 64वें
Ans.(b): 42वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1976 द्वारा संविधान की प्रस्तावना में तीन शब्दों का समावेश किया गया। इस संशोधन द्वारा प्रस्तावना की पंक्ति “संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य” में दो शब्दों को जोड़कर “संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य” किया गया और “राष्ट्र की एकता” में तीसरा शब्द “राष्ट्र की एकता और अखण्डता” किया गया।
183. भारतीय संविधान की उद्देशिका में, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष और अखंडता शब्द किस संशोधन द्वारा शामिल किए गए थे ?
(a) 52वें
(b) 42वें
(c) 44वें
(d) 72वें
Ans. (b): 42वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1976 द्वारा भारतीय संविधान की उद्देशिका में समाजवादी, पंथनिरपेक्ष और अखण्डता शब्द शामिल किया गया था। स्वर्ण सिंह समिति की सिफारिश पर 42 वें संविधान संशोधन 1976 द्वारा मौलिक कर्तव्य को भी भारतीय संविधान में शामिल किया गया।
184. एक संक्षिप्त परिचयात्मक वक्तव्य जो संविधान के मार्गदर्शक उद्देश्य, सिद्धांतों और दर्शन को निर्धारित करती है, कहलाती है।
(a) अनुच्छेद
(b) मौलिक अधिकार
(c) प्रस्तावना
(d) धारा/खण्ड
Ans. (c): संविधान में एक परिचयात्मक कथन है, जो संविधान के मार्गदर्शक मूल्यों, सिद्धान्तों और दर्शन को बताता है, वह प्रस्तावना कहलाता है। संविधान के प्रत्येक अधिनियम का आरम्भ उद्देशिका से होता है। भारतीय संविधान की उद्देशिका का स्रोत पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा संविधान सभा में 13 दिसम्बर, 1946 को प्रस्तुत किया गया उद्देश्य प्रस्ताव है। इस प्रस्ताव को 22 जनवरी, 1947 को सर्वसम्मति से संविधान सभा द्वारा अपनाया गया था। भारतीय संविधान की प्रस्तावना भारत के सम्पूर्ण प्रभुत्व संपन्न, समाजवादी, पंथ-निरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य के रुप में घोषित करती है।
185. 1973 में केशवानंद भारती केस में इस सवाल को उठाया गया था कि प्रस्तावना को –
(a) पूरी तरह से बदला जा सकता है।
(b) धाराओं में विभाजित किया जा सकता है।
(c) संशोधित किया जा सकता हैं।
(d) संशोधित नहीं किया जा सकता है।
Ans. (c): केशवानन्द भारती मामले (1973) में उच्चतम न्यायालय ने अपनी पूर्व व्याख्या को अस्वीकार कर दिया और यह व्यवस्था दी कि प्रस्तावना संविधान का एक भाग है। जिसमें अनुच्छेद-368 के तहत संशोधन किया जा सकता है। प्रस्तावना में आज तक एक बार संशोधन किया जा चुका है। जिसमें 42 वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1976 द्वारा समाजवादी, पंथनिरपेक्ष और अखण्डता शब्द सम्मिलित किए गये।
186. निम्नलिखित में से किसके अंतर्गत भारत को एक धर्मनिरपेक्ष राज्य के रूप में वर्णित किया गया है ?
(a) संविधान की प्रस्तावना
(b) राज्य के नीति निदेशक तत्व
(c) अनुच्छेद 44
(d) अनुच्छेद 475
Ans. (a): भारतीय संविधान की प्रस्तावना में घोषणा के अनुसार भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। भारतीय संविधान सभी को अपने धार्मिक विश्वासों और तौर-तरीकों को अपनाने की पूरी छूट देता है। धर्म को राज्य से अलग रखने की इसी अवधारणा को धर्म निरपेक्षता कहा जाता है।
187. भारत द्वारा धर्मनिरपेक्षता स्वीकार किए जाने के कारण भारतीय नागरिक को निम्नलिखित में से कौन सा अधिकार प्राप्त है ?
(a) अपनी इच्छानुसार धर्म के अनुसरण का अधिकार (स्वातंत्र्य)
(b) स्वयं को अभिव्यक्ति करने का अधिकार (स्वातंत्र्य)
(c) इच्छानुसार कई भाषाएं बोलने का अधिकार
(d) संसदीय चर्चाओं में भाग लेने का अधिकार (स्वातंत्र्य)
Ans : (a) भारत द्वारा धर्मनिरपेक्षता स्वीकार किए जाने के कारण भारतीय नागरिक को अपनी इच्छानुसार धर्म के अनुसरण का अधिकार (स्वातंत्र्य) प्राप्त है। धर्मनिरपेक्ष या पंथनिरपेक्ष अर्थात् सरकार किसी धर्म को राजधर्म की मान्यता या संरक्षण प्रदान नहीं करेगी, वह सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार करेगी।
188. संविधान के निर्माताओं की सोच भारत के संविधान के किस हिस्से में परिलक्षित होती है?
(a) मूल कर्तव्य
(b) नागरिकता
(c) प्रस्तावना
(d) मौलिक अधिकार
Ans: (c) भारतीय संविधान के निर्माताओं की सोच भारत के संविधान की ‘प्रस्तावना’ में परिलक्षित होती है। प्रस्तावना की भाषा ‘ऑस्ट्रेलिया के संविधान’ से लिया गया है। प्रस्तावना में पूरे संविधान का सार दिया गया है।
189. संविधान का कौन सा भाग इसके निर्माताओं की भावनाओं और आदर्शों को दर्शाता है ?
(a) प्रस्तावना
(b) मूल अधिकार
(c) नीति निर्देशित तत्व
(d) आपातकालीन उपबंध
Ans: (a) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
190. निम्नलिखित में से भारत के बारे में सही कथन का चयन करें-
(a) भारत एक ईश्वरीय देश है।
(b) भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है।
(c) भारत में एक निश्चित राज्य धर्म है।
(d) न्याय केवल देश में रहने वाले भारतीयों को दिया जाता है।
Ans. (b) भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है अर्थात् इसका कोई राष्ट्रीय धर्म नहीं है। संविधान में धर्म निरपेक्ष का अर्थ सभी धर्मों को समान आदर और अवसर प्रदान करना है। भारतीय संविधान द्वारा भारत को धर्मनिरपेक्ष राज्य घोषित किया गया है।
191. प्रस्तावना में निहित शब्द “गणराज्य” का ही अर्थ निम्न में से कौन इंगित नहीं करता है?
(a) राज्य का मुखिया एक निश्चित अवधि के लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से चुना जाता है।
(b) राजनीतिक संप्रभुता लोगों में निहित है ना कि एक ही व्यक्ति में।
(c) किसी भी विशेषाधिकार प्राप्त वर्ग की अनुपस्थिति में भी सभी सरकारी कार्यालय बिना किसी भेदभाव के हर नागरिक के लिए खुले है।
(d) देश के सर्वोच्च पद पर जहाँ राष्ट्राध्यक्ष एक वंशानुगत राजा होता है।
Ans : (d) गणराज्य, जहाँ के शासनतन्त्र में सैद्धान्तिक रूप से देश के सर्वोच्च पद पर आम जनता में से कोई भी व्यक्ति पदासीन हो सकता है। इस तरह के शासन को गणतन्त्र कहा जाता है। विकल्प (d) गणराज्य शब्द का अर्थ इंगित नहीं करता है।
192. भारत के संविधान की प्रस्तावना (Preamble) में प्रयुक्त शब्द ‘गणतन्त्र’ सूचित करता है।
(a) कि देश का प्रधान वंशागत है
(b) कि देश का प्रधान संवैधानिक शासक है
(c) कि देश का प्रधान, निर्वाचित प्रतिनिधि है
(d) ऊपर का कोई नहीं
Ans. (c) : एक लोकतांत्रिक राज्य व्यवस्था को दो वर्गों में बाँटा जा सकता है- राजशाही और गणतंत्र। राजशाही व्यवस्था में राज्य का प्रमुख (आमतौर पर राजा या रानी) उत्तराधिकारिता के माध्यम से पद पर आसीन होता है, जैसा कि ब्रिटेन में। वही गणतंत्र में राज्य प्रमुख हमेशा प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से एक निश्चित समय के लिए चुनकर आता है, जैसे अमेरिका। भारतीय संविधान की प्रस्तावना में गणतंत्र का अर्थ यह है कि भारत का प्रमुख अर्थात् राष्ट्रपति चुनाव के जरिए सत्ता में आता है। उसका चुनाव पाँच वर्ष के लिए अप्रत्यक्ष रूप से किया जाता है।