राजस्थान की सिंचाई / नहर परियोजना

राजस्थान की सिंचाई / नहर परियोजना

1. इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) को किस इंजीनियर की कल्पना माना जाता है?

(A) डॉ. एम. विश्वेश्वरैया

(B) श्री कंवर सेन

(C) मोहन लाल सुखाड़िया

(D) जयनारायण व्यास

इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) को श्री कंवर सेन की कल्पना माना जाता है।

सही विकल्प है: (B)


व्याख्या:

बीकानेर के इंजीनियर श्री कंवर सेन ने 1948 में भारत सरकार को ‘बीकानेर राज्य में पानी की आवश्यकता’ शीर्षक से एक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया था, जिसमें उन्होंने सतलज और व्यास नदियों के संगम पर हरिके बैराज से एक नहर निकालकर पश्चिमी राजस्थान के एक बड़े हिस्से को सिंचित करने का प्रस्ताव रखा था। उनकी यह दूरदर्शिता ही इस विशाल नहर परियोजना का आधार बनी।

2. इंदिरा गांधी नहर परियोजना का प्रारंभ में क्या नाम था?

(A) राजस्थान नहर

(B) गंग नहर

(C) बीकानेर नहर

(D) मरुगंगा

इंदिरा गांधी नहर परियोजना का प्रारंभ में नाम राजस्थान नहर था।

सही विकल्प है: (A)


इस परियोजना को मूल रूप से राजस्थान नहर के नाम से शुरू किया गया था।

2 नवंबर 1984 को, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद, इस नहर का नाम बदलकर इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) कर दिया गया।

3. राजस्थान की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना कौन सी है?

(A) नर्मदा नहर परियोजना

(B) इंदिरा गांधी नहर परियोजना

(C) बीसलपुर परियोजना

(D) पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP)

राजस्थान की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना बीसलपुर परियोजना है।

सही विकल्प है: (C)


बीसलपुर परियोजना 

  • परियोजना का उद्देश्य: यह परियोजना मुख्य रूप से पेयजल आपूर्ति के लिए जानी जाती है।

  • लाभान्वित क्षेत्र: यह परियोजना राजस्थान के बड़े शहरी क्षेत्रों, जैसे जयपुर, अजमेर, और टोंक जिले के अधिकांश हिस्सों को पीने का पानी उपलब्ध कराती है, जिससे यह राज्य की सबसे बड़ी पेयजल आपूर्ति योजना बन जाती है।

  • नदी पर स्थान: यह परियोजना बनास नदी पर टोंक जिले में स्थित है।


अन्य विकल्पों का संक्षिप्त विवरण:

  • (A) नर्मदा नहर परियोजना: यह राजस्थान के जालौर और बाड़मेर जिलों में सिंचाई और पेयजल आपूर्ति करती है, लेकिन बीसलपुर परियोजना से लाभान्वित होने वाली जनसंख्या की तुलना में कम है।

  • (B) इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP): यह राजस्थान की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य पश्चिमी राजस्थान में कृषि को बढ़ावा देना है। यह पेयजल भी उपलब्ध कराती है, पर इसका प्राथमिक वर्गीकरण सिंचाई परियोजना के रूप में होता है।

  • (D) पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP): यह 13 जिलों के लिए प्रस्तावित एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जो सिंचाई और पेयजल दोनों के लिए महत्वपूर्ण होगी, लेकिन वर्तमान में बीसलपुर परियोजना सबसे बड़ी क्रियाशील पेयजल परियोजना है।

4. बीसलपुर बाँध किस नदी पर और किस जिले में बनाया गया है?

(A) चंबल नदी, कोटा

(B) बनास नदी, टोंक

(C) माही नदी, बाँसवाड़ा

(D) जाखम नदी, प्रतापगढ़

बीसलपुर बाँध बनास नदी पर टोंक जिले में बनाया गया है।

सही विकल्प है: (B)


नदी: बनास नदी
  • जिला: टोंक

  • विशेषता: यह बाँध राजस्थान की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना का केंद्र है, जो मुख्य रूप से जयपुर, अजमेर और टोंक को पीने का पानी उपलब्ध कराता है।

5. राजस्थान का सबसे ऊंचा बाँध कौन सा है और वह किस परियोजना से संबंधित है?

(A) राणा प्रताप सागर बाँध, चंबल परियोजना

(B) माही बजाज सागर बाँध, माही परियोजना

(C) बीसलपुर बाँध, बीसलपुर परियोजना

(D) जाखम बाँध, जाखम परियोजना

राजस्थान का सबसे ऊंचा बाँध जाखम बाँध है और वह जाखम परियोजना से संबंधित है।

सही विकल्प है: (D)


जाखम बाँध का विवरण 

  • बाँध का नाम: जाखम बाँध

  • ऊँचाई: लगभग 81 मीटर

  • परियोजना: जाखम परियोजना

  • स्थान: प्रतापगढ़ जिले में जाखम नदी पर।

यह बाँध ऊँचाई के मामले में राजस्थान का सबसे बड़ा बाँध है, जिसका मुख्य उद्देश्य प्रतापगढ़ और उसके आस-पास के क्षेत्रों में सिंचाई और पेयजल उपलब्ध कराना है।

6. ‘मारवाड़ की भागीरथी’ किस नहर परियोजना को कहा जाता है?

(A) इंदिरा गांधी नहर

(B) गंग नहर

(C) नर्मदा नहर

(D) चंबल नहर

‘मारवाड़ की भागीरथी’ नर्मदा नहर परियोजना को कहा जाता है।

सही विकल्प है: (C)


 

  • भागीरथी उपनाम उस व्यक्ति या परियोजना को दिया जाता है जो कठिन प्रयासों से जल को किसी सूखे या अभावग्रस्त क्षेत्र तक पहुँचाता है (जैसे भागीरथ गंगा को धरती पर लाए थे)।

  • नर्मदा नहर परियोजना सरदार सरोवर बाँध (गुजरात) से निकलती है और राजस्थान के जालौर तथा बाड़मेर जिलों के पश्चिमी मरुस्थलीय क्षेत्र (मारवाड़) में पेयजल एवं सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराती है, जिसने इस सूखे क्षेत्र के लिए जीवनदायिनी जल उपलब्ध कराया है। इसलिए इसे ‘मारवाड़ की भागीरथी’ कहा जाता है।

  • इंदिरा गांधी नहर को आमतौर पर ‘राजस्थान की मरुगंगा’ या ‘राजस्थान की जीवन रेखा’ कहा जाता है।

7. नर्मदा नहर परियोजना से राजस्थान के कौन से जिले लाभान्वित होते हैं?

(A) जोधपुर और जैसलमेर

(B) उदयपुर और डूंगरपुर

(C) जालौर और बाड़मेर

(D) कोटा और बूंदी

नर्मदा नहर परियोजना से राजस्थान के जालौर और बाड़मेर जिले लाभान्वित होते हैं।

सही विकल्प है: (C)


परियोजना का विवरण 🗺️

  • लाभान्वित जिले: जालौर और बाड़मेर

  • उद्गम: यह नहर गुजरात में सरदार सरोवर बाँध से निकाली गई है।

  • विशेषता: यह राजस्थान की पहली ऐसी परियोजना है जिसमें फव्वारा (स्प्रिंकलर) सिंचाई पद्धति को पूरे कमांड क्षेत्र में अनिवार्य किया गया है।

  • उपनाम: इसे ‘मारवाड़ की भागीरथी’ भी कहा जाता है।

8. चंबल नदी घाटी परियोजना किन दो राज्यों की संयुक्त परियोजना है?

(A) राजस्थान और उत्तर प्रदेश

(B) राजस्थान और मध्य प्रदेश

(C) राजस्थान और गुजरात

(D) राजस्थान और हरियाणा

चंबल नदी घाटी परियोजना राजस्थान और मध्य प्रदेश की संयुक्त परियोजना है।

सही विकल्प है: (B)


परियोजना का विवरण 🤝

  • साझेदारी: यह परियोजना राजस्थान और मध्य प्रदेश की 50:50 की साझेदारी वाली संयुक्त बहुउद्देशीय परियोजना है।

  • उद्देश्य: इसका मुख्य उद्देश्य सिंचाई, जलविद्युत उत्पादन और बाढ़ नियंत्रण है।

  • चरण: इस परियोजना को तीन चरणों में पूरा किया गया है, जिसके तहत चंबल नदी पर कुल चार बाँध बनाए गए हैं:

    1. गाँधी सागर बाँध (मध्य प्रदेश)

    2. राणा प्रताप सागर बाँध (चित्तौड़गढ़, राजस्थान)

    3. जवाहर सागर बाँध (कोटा, राजस्थान)

    4. कोटा बैराज (कोटा, राजस्थान)

9. गंग नहर का उद्गम कहाँ से होता है?

(A) हरिके बैराज

(B) जवाहर सागर बाँध

(C) हुसैनीवाला (सतलज नदी)

(D) भाखड़ा बाँध

गंग नहर का उद्गम हुसैनीवाला (सतलज नदी) से होता है।

सही विकल्प है: (C)


विवरण 🏞️

  • उद्गम स्थान: पंजाब में हुसैनीवाला नामक स्थान, जो सतलज नदी पर स्थित है।

  • अन्य तथ्य:

    • यह नहर महाराजा गंगा सिंह द्वारा बनवाई गई थी, इसलिए इसे गंग नहर कहते हैं।

    • यह राजस्थान की पहली आधुनिक नहर है, जिसका निर्माण 1927 में पूर्ण हुआ था।

    • इस नहर से मुख्य रूप से श्रीगंगानगर जिले को सिंचाई सुविधा प्राप्त होती है।

  • (ध्यान दें: इंदिरा गांधी नहर परियोजना का उद्गम सतलज और व्यास नदियों के संगम पर स्थित हरिके बैराज से होता है।)

10. पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) का मुख्य उद्देश्य क्या है?

(A) पश्चिमी राजस्थान में सिंचाई

(B) पूर्वी व दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों को पेयजल और सिंचाई

(C) केवल कोटा संभाग को पेयजल

(D) केवल चंबल नदी पर बाँध बनाना

पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) का मुख्य उद्देश्य पूर्वी व दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों को पेयजल और सिंचाई उपलब्ध कराना है।

सही विकल्प है: (B)


परियोजना का विवरण 🌊

  • लक्ष्य: ERCP का लक्ष्य मानसून के दौरान चंबल नदी और उसकी सहायक नदियों (जैसे कुन्नू, कुल, पार्वती, मैज, कालीसिंध) के अधिशेष जल को उन नदी बेसिनों (जैसे बनास, मोरेल, गम्भीरी) में पहुँचाना है जहाँ पानी की कमी है।

  • लाभान्वित जिले: यह परियोजना राजस्थान के 13 जिलों (झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर, भरतपुर, दौसा, अलवर, जयपुर, अजमेर, और टोंक) को वर्ष 2051 तक पीने का पानी और लगभग 2.8 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराएगी।

  • प्रकृति: यह एक बहुउद्देशीय परियोजना है, जो पेयजल और सिंचाई दोनों उद्देश्यों को पूरा करती है।


 

11. इंदिरा गांधी नहर की सबसे लंबी लिफ्ट नहर कौन सी है?

(A) पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट नहर

(B) गुरु जंभेश्वर लिफ्ट नहर

(C) कँवरसेन लिफ्ट नहर

(D) चौधरी कुम्भाराम आर्य लिफ्ट नहर

इंदिरा गांधी नहर की सबसे लंबी लिफ्ट नहर कँवरसेन लिफ्ट नहर है।

सही विकल्प है: (C)


कँवरसेन लिफ्ट नहर का विवरण 🌊

  • मूल नाम: बीकानेर-लूणकरणसर लिफ्ट नहर।

  • लंबाई: यह इंदिरा गांधी नहर की सभी लिफ्ट नहरों में सबसे लंबी है।

  • लाभान्वित जिले: यह मुख्य रूप से बीकानेर और श्रीगंगानगर जिलों को पेयजल और सिंचाई सुविधा प्रदान करती है।

  • महत्व: इसे बीकानेर जिले की जीवन रेखा भी कहा जाता है।

12. ‘जोधपुर की जीवन रेखा’ किस लिफ्ट नहर को कहा जाता है?

(A) वीर तेजाजी लिफ्ट नहर

(B) पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट नहर

(C) गुरु जंभेश्वर लिफ्ट नहर

(D) राजीव गांधी लिफ्ट नहर

‘जोधपुर की जीवन रेखा’ राजीव गांधी लिफ्ट नहर को कहा जाता है।

सही विकल्प है: (D)


व्याख्या 💧

  • राजीव गांधी लिफ्ट नहर इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) से निकाली गई एक महत्वपूर्ण लिफ्ट नहर है।

  • यह मुख्य रूप से जोधपुर शहर और उसके आस-पास के क्षेत्रों को पीने के पानी की आपूर्ति करती है।

  • जोधपुर जैसे मरुस्थलीय शहर के लिए पानी की यह नियमित और बड़ी आपूर्ति जीवनदायिनी है, इसलिए इसे ‘जोधपुर की जीवन रेखा’ (Lifeline of Jodhpur) कहा जाता है।

  • इसका पुराना नाम फलौदी लिफ्ट नहर था।

13. चौधरी कुम्भाराम आर्य लिफ्ट नहर से लाभान्वित जिले कौन से हैं?

(A) जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर

(B) हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनूं

(C) बीकानेर, नागौर, जोधपुर

(D) श्रीगंगानगर, बीकानेर

चौधरी कुम्भाराम आर्य लिफ्ट नहर से लाभान्वित जिले हनुमानगढ़, चूरू, और झुंझुनूं हैं।

सही विकल्प है: (B)


नहर का विवरण 💧

  • मूल नाम: यह लिफ्ट नहर पहले गंधेली-साहवा लिफ्ट नहर के नाम से जानी जाती थी।

  • उद्गम: यह इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) की एक लिफ्ट नहर है।

  • मुख्य उद्देश्य: इसका निर्माण मुख्य रूप से पेयजल आपूर्ति के लिए किया गया है, खासकर चूरू जिले के मरुस्थलीय क्षेत्रों में, जो पानी के लिए अत्यंत संघर्ष करते थे।

  • लाभान्वित क्षेत्र:

    • हनुमानगढ़

    • चूरू

    • झुंझुनूं (तथा बीकानेर जिले का कुछ भाग)।

    • यह नहर उत्तरी राजस्थान के इन तीन प्रमुख जिलों के लिए जीवनरेखा का काम करती है।

14. नर्मदा नहर परियोजना की वह कौन सी पद्धति है जो पूरे राजस्थान में अनिवार्य है?

(A) नहरों द्वारा सिंचाई

(B) फव्वारा (स्प्रिंकलर) और बूंद-बूंद (ड्रिप) सिंचाई

(C) तालाबों द्वारा सिंचाई

(D) कुओं द्वारा सिंचाई

नर्मदा नहर परियोजना की वह पद्धति जो पूरे राजस्थान में अनिवार्य है, वह है फव्वारा (स्प्रिंकलर) और बूंद-बूंद (ड्रिप) सिंचाई

सही विकल्प है: (B)


व्याख्या 💧

  • नर्मदा नहर परियोजना जल संरक्षण की दृष्टि से एक अनूठी परियोजना है।

  • इस परियोजना के कमांड क्षेत्र में जल के अपव्यय को रोकने और सूक्ष्म सिंचाई (Micro Irrigation) को बढ़ावा देने के लिए, यह अनिवार्य किया गया है कि किसान केवल फव्वारा (स्प्रिंकलर) अथवा बूंद-बूंद (ड्रिप) सिंचाई पद्धति का ही उपयोग करें।

  • यह प्रावधान करने वाली यह राजस्थान की पहली बड़ी सिंचाई परियोजना है, जिसने जल-दक्षता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।

  • यह परियोजना राजस्थान के जालौर और बाड़मेर जिलों को लाभान्वित करती है।

15. बीकानेर और नागौर जिलों को पेयजल आपूर्ति करने वाली IGNP की लिफ्ट नहर कौन सी है?

(A) कँवरसेन लिफ्ट नहर

(B) पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट नहर

(C) गुरु जंभेश्वर लिफ्ट नहर

(D) जय नारायण व्यास लिफ्ट नहर

बीकानेर और नागौर जिलों को पेयजल आपूर्ति करने वाली IGNP की लिफ्ट नहर पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट नहर है।

सही विकल्प है: (B)


पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट नहर का विवरण 🌊

  • मूल नाम: गजनेर लिफ्ट नहर।

  • नया नाम: पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट नहर।

  • लाभान्वित जिले:

    • बीकानेर

    • नागौर

  • यह नहर इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) की एक महत्वपूर्ण लिफ्ट नहर है, जो इन जिलों के शुष्क क्षेत्रों में जल की आपूर्ति करती है।

16. ‘सोम-कमला-अम्बा परियोजना’ किस जिले से संबंधित है?

(A) उदयपुर

(B) बाँसवाड़ा

(C) डूंगरपुर

(D) प्रतापगढ़

‘सोम-कमला-अम्बा परियोजना’ डूंगरपुर जिले से संबंधित है।

सही विकल्प है: (C)


परियोजना का विवरण 🏞️

  • नदी: यह परियोजना सोम नदी पर स्थित है।

  • लाभान्वित क्षेत्र: यह मुख्य रूप से डूंगरपुर जिले के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराती है, हालाँकि उदयपुर जिले के कुछ हिस्से भी लाभान्वित होते हैं।

  • उद्देश्य: इस मध्यम सिंचाई परियोजना का मुख्य उद्देश्य डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा और आसपुर तहसीलों के आदिवासी क्षेत्रों को सिंचाई उपलब्ध कराना है।

17. पाँचना बाँध किस जिले में स्थित है और यह किस प्रकार का बाँध है?

(A) कोटा, कंक्रीट बाँध

(B) करौली, मिट्टी का बाँध

(C) सवाई माधोपुर, पत्थर का बाँध

(D) अलवर, कंक्रीट बाँध

पाँचना बाँध करौली जिले में स्थित है और यह मिट्टी का बाँध है।

सही विकल्प है: (B)


पाँचना बाँध की विशेषताएँ 🏞️

  • जिला: करौली

  • प्रकार: यह बाँध पूरी तरह से मिट्टी से निर्मित है, जो इसे राजस्थान के बाँधों में एक विशिष्ट स्थान दिलाता है।

  • सहयोग: इसका निर्माण अमेरिका के आर्थिक सहयोग से किया गया था।

  • जल स्रोत: यह पाँच छोटी नदियों—भद्रावती, बरखेड़ा, अटा, भैंसावट, और माची—के संगम पर बनाया गया है।

  • उद्देश्य: करौली, सवाई माधोपुर, बयाना (भरतपुर) क्षेत्र को पेयजल और सिंचाई सुविधा प्रदान करना।

18. माही बजाज सागर परियोजना किन राज्यों की संयुक्त परियोजना है?

(A) राजस्थान और मध्य प्रदेश

(B) राजस्थान और गुजरात

(C) राजस्थान और महाराष्ट्र

(D) राजस्थान और हरियाणा

माही बजाज सागर परियोजना राजस्थान और गुजरात की संयुक्त परियोजना है।

सही विकल्प है: (B)


साझेदारी विवरण 🤝

  • साझेदार राज्य: राजस्थान और गुजरात।

  • अनुपात: इस परियोजना में दोनों राज्यों की हिस्सेदारी अलग-अलग है:

    • विद्युत उत्पादन (Power Generation): इसमें 100% हिस्सा राजस्थान का है, क्योंकि बिजली उत्पादन केंद्र राजस्थान में ही स्थापित हैं।

    • जल वितरण (Water Distribution): सिंचाई जल के वितरण में राजस्थान का 45% और गुजरात का 55% हिस्सा है।

  • नदी: यह परियोजना माही नदी पर बाँसवाड़ा जिले में स्थित है।

19. ईसरदा बाँध परियोजना किस नदी पर और किन जिलों को लाभान्वित करने के लिए बनाई गई है?

(A) चंबल, कोटा-बूंदी

(B) माही, डूंगरपुर-बाँसवाड़ा

(C) जाखम, प्रतापगढ़-उदयपुर

(D) बनास, सवाई माधोपुर-टोंक-जयपुर

ईसरदा बाँध परियोजना बनास नदी पर सवाई माधोपुर, टोंक और जयपुर जिलों को लाभान्वित करने के लिए बनाई गई है।

सही विकल्प है: (D)


परियोजना का विवरण 🏞️

  • नदी: बनास नदी।

  • स्थान: सवाई माधोपुर जिले के ईसरदा गाँव में।

  • उद्देश्य: इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य बनास नदी के अतिरिक्त जल का उपयोग कर सवाई माधोपुर, तथा सीमावर्ती टोंक और जयपुर जिलों को पेयजल उपलब्ध कराना है।

  • यह बाँध बनास नदी पर बीसलपुर बाँध के डाउनस्ट्रीम (नीचे की ओर) में स्थित है।

20. ‘आपणी परियोजना’ किन जिलों से संबंधित है और यह किस देश के सहयोग से संचालित है?

(A) जोधपुर, जैसलमेर (फ्रांस)

(B) झुंझुनूं, चूरू, हनुमानगढ़ (जर्मनी)

(C) जालौर, बाड़मेर (इज़राइल)

(D) कोटा, बारां (जापान)

‘आपणी परियोजना’ झुंझुनूं, चूरू, और हनुमानगढ़ जिलों से संबंधित है और यह जर्मनी के सहयोग से संचालित है।

सही विकल्प है: (B)


परियोजना का विवरण

  • लाभान्वित जिले: चूरू, झुंझुनूं, और हनुमानगढ़

  • सहयोगी देश: जर्मनी (जर्मन बैंक KFW के सहयोग से)।

  • उद्देश्य: यह मुख्य रूप से एक पेयजल परियोजना है जो इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) के जल का उपयोग करके इन मरुस्थलीय जिलों में शुद्ध पीने का पानी उपलब्ध कराती है।

  • अन्य नाम: इसका एक महत्वपूर्ण घटक गंधेली-साहवा परियोजना है, जिसे अब चौधरी कुम्भाराम आर्य लिफ्ट नहर के नाम से जाना जाता है।


21. वृहद् सिंचाई परियोजनाएँ कितने हैक्टेयर से अधिक भूमि सिंचित करती हैं?

(A) 2000 हैक्टेयर

(B) 5000 हैक्टेयर

(C) 10000 हैक्टेयर

(D) 20000 हैक्टेयर

वृहद् सिंचाई परियोजनाएँ 10000 हैक्टेयर से अधिक भूमि सिंचित करती हैं।

सही विकल्प है: (C)


सिंचाई परियोजनाओं का वर्गीकरण 

राजस्थान और भारत में सिंचाई परियोजनाओं को उनके कमांड क्षेत्र (सिंचित होने वाले क्षेत्र) के आधार पर तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है:

श्रेणी सिंचित क्षेत्र (हैक्टेयर में)
लघु सिंचाई परियोजनाएँ 2000 हैक्टेयर तक
मध्यम सिंचाई परियोजनाएँ 2000 से 10000 हैक्टेयर
वृहद् सिंचाई परियोजनाएँ 10000 हैक्टेयर से अधिक

22. राजस्थान में सर्वाधिक सिंचाई किस साधन से होती है?

(A) नहरें

(B) तालाब

(C) कुएँ और नलकूप

(D) नदियाँ

राजस्थान में सर्वाधिक सिंचाई कुएँ और नलकूप से होती है।

सही विकल्प है: (C)


व्याख्या 💧

  • राजस्थान में लगभग 65% से अधिक सिंचाई कुओं और नलकूपों के माध्यम से की जाती है।

  • यह पद्धति विशेष रूप से उन जिलों में प्रमुख है जहाँ भूजल स्तर पर्याप्त है, जैसे जयपुर, अलवर, दौसा, भरतपुर और जोधपुर

  • नहरें सिंचाई का दूसरा सबसे बड़ा साधन है, जो मुख्य रूप से उत्तरी राजस्थान (श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़) में केंद्रित है।

  • तालाबों से सिंचाई बहुत कम होती है और यह मुख्य रूप से भीलवाड़ा जिले में केंद्रित है।

23. राजस्थान में तालाबों से सर्वाधिक सिंचाई किस जिले में होती है?

(A) जयपुर

(B) कोटा

(C) भीलवाड़ा

(D) उदयपुर

राजस्थान में तालाबों से सर्वाधिक सिंचाई भीलवाड़ा जिले में होती है।

सही विकल्प है: (C)


व्याख्या 💧

  • तालाबों से सिंचाई राजस्थान में सिंचाई का सबसे कम प्रचलित साधन है, लेकिन जहां यह प्रचलित है, वहाँ यह कृषि का मुख्य आधार है।

  • भीलवाड़ा में वर्षा जल संचयन के लिए तालाबों का एक मजबूत नेटवर्क है, जिसके कारण यह जिला तालाबों द्वारा सर्वाधिक सिंचाई के लिए जाना जाता है।

सिंचाई का साधन सर्वाधिक सिंचाई वाला जिला/क्षेत्र
कुएँ और नलकूप जयपुर, अलवर, दौसा
नहरें श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़
तालाब भीलवाड़ा

24. राजस्थान में नहरों से सर्वाधिक सिंचाई किस जिले में होती है?

(A) बीकानेर

(B) श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़

(C) जयपुर

(D) कोटा

राजस्थान में नहरों से सर्वाधिक सिंचाई श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में होती है।

सही विकल्प है: (B)


व्याख्या 

  • उत्तरी राजस्थान के ये दोनों जिले गंग नहर और इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) जैसी बड़ी नहर प्रणालियों के कारण सर्वाधिक लाभान्वित होते हैं।

  • गंग नहर, जो 1927 में बनी, और बाद में IGNP के विकास ने इस क्षेत्र को “राजस्थान का अन्न भंडार” (Food Basket of Rajasthan) बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

सिंचाई का साधन सर्वाधिक सिंचाई वाला जिला/क्षेत्र
नहरें श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़
कुएँ और नलकूप जयपुर, अलवर
तालाब भीलवाड़ा

25. वह कौन सी नहर है जो रावी-व्यास नदियों के अतिरिक्त जल का उपयोग करती है?

(A) गंग नहर

(B) नर्मदा नहर

(C) सिद्धमुख-नोहर परियोजना

(D) पूर्वी राजस्थान नहर

वह नहर जो रावी-व्यास नदियों के अतिरिक्त जल का उपयोग करती है, वह सिद्धमुख-नोहर परियोजना है।

सही विकल्प है: (C)


परियोजना का विवरण 

  • परियोजना का नाम: सिद्धमुख-नोहर परियोजना (इसे अब राजीव गांधी सिद्धमुख नहर परियोजना भी कहा जाता है)।

  • जल स्रोत: यह परियोजना रावी और व्यास नदियों के अतिरिक्त जल का उपयोग करती है, जिसका हिस्सा भाखड़ा नांगल परियोजना के माध्यम से राजस्थान को आवंटित है।

  • लाभान्वित जिले: इससे मुख्य रूप से हनुमानगढ़ जिले की नोहर और भादरा तहसीलें, और चूरू जिले की सिद्धमुख तहसील लाभान्वित होती हैं।

  • अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: इस परियोजना के लिए यूरोपीय आर्थिक समुदाय (EEC) और कुवैत फंड से वित्तीय सहायता प्राप्त हुई थी।

26. भाखड़ा नांगल परियोजना से राजस्थान का कौन सा जिला सर्वाधिक लाभान्वित होता है?

(A) श्रीगंगानगर

(B) हनुमानगढ़

(C) चूरू

(D) बीकानेर

भाखड़ा नांगल परियोजना से राजस्थान का सर्वाधिक लाभान्वित होने वाला जिला हनुमानगढ़ है।

सही विकल्प है: (B)


परियोजना का विवरण 🌊

  • लाभान्वित जिला: इस परियोजना की नहरों (भाखड़ा नहर प्रणाली) से मुख्य रूप से उत्तरी राजस्थान का हनुमानगढ़ जिला सिंचित होता है।

  • साझेदारी: यह परियोजना राजस्थान, पंजाब और हरियाणा की एक संयुक्त बहुउद्देशीय परियोजना है, जिसका निर्माण सतलज नदी पर किया गया है।

  • उद्देश्य: सिंचाई और जलविद्युत उत्पादन।

27. मध्यम सिंचाई परियोजनाएँ कितने हैक्टेयर भूमि सिंचित करती हैं?

(A) 500 से 2000 हैक्टेयर

(B) 2000 से 10000 हैक्टेयर

(C) 10000 हैक्टेयर से अधिक

(D) 1000 हैक्टेयर से कम

मध्यम सिंचाई परियोजनाएँ 2000 से 10000 हैक्टेयर भूमि सिंचित करती हैं।

सही विकल्प है: (B)


सिंचाई परियोजनाओं का वर्गीकरण 

भारत सरकार के जल संसाधन मंत्रालय द्वारा सिंचाई परियोजनाओं को उनके कमांड क्षेत्र (सिंचित क्षेत्र) के आधार पर तीन मुख्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है:

श्रेणी सिंचित क्षेत्र (हैक्टेयर में)
लघु सिंचाई परियोजनाएँ 2000 हैक्टेयर तक
मध्यम सिंचाई परियोजनाएँ 2000 से 10000 हैक्टेयर
वृहद् सिंचाई परियोजनाएँ 10000 हैक्टेयर से अधिक

28. ‘परवन मध्यम सिंचाई परियोजना’ राजस्थान के किस जिले से संबंधित है?

(A) झालावाड़

(B) कोटा

(C) बारां

(D) बूंदी

‘परवन मध्यम सिंचाई परियोजना’ राजस्थान के बारां जिले से संबंधित है।

सही विकल्प है: (C)


परियोजना का विवरण 

  • जिला: यह परियोजना मुख्य रूप से बारां जिले के छबड़ा और अटरू तहसीलों में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराती है।

  • नदी: यह परियोजना परवन नदी (चंबल की सहायक) पर निर्मित की गई है।

  • स्थिति: इसे राजस्थान की एक महत्वपूर्ण मध्यम सिंचाई परियोजना के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

  • उद्देश्य: बारां और झालावाड़ जिलों में सिंचाई और पेयजल आपूर्ति।

29. गरड़दा मध्यम सिंचाई परियोजना किस जिले में स्थित है?

(A) कोटा

(B) बूंदी

(C) झालावाड़

(D) बारां

गरड़दा मध्यम सिंचाई परियोजना बूंदी जिले में स्थित है।

सही विकल्प है: (B)


परियोजना का विवरण 

  • जिला: बूंदी

  • प्रकार: यह एक मध्यम सिंचाई परियोजना है।

  • विशेषता: यह बाँध अपनी निर्माण संबंधी त्रुटियों और 2010 में बाँध टूटने की घटना के कारण चर्चा में रहा था, जिससे काफी नुकसान हुआ था।

  • उद्देश्य: बूंदी जिले के कृषि क्षेत्रों को सिंचाई जल उपलब्ध कराना।

30. आलनिया मध्यम सिंचाई परियोजना किस जिले में स्थित है?

(A) बूंदी

(B) झालावाड़

(C) कोटा

(D) बारां

आलनिया मध्यम सिंचाई परियोजना कोटा जिले में स्थित है।

सही विकल्प है: (C)


परियोजना का विवरण 🏞️

  • जिला: कोटा

  • नदी: यह परियोजना आलनिया नदी पर स्थित है, जो चंबल नदी की एक सहायक नदी है।

  • प्रकार: यह एक मध्यम सिंचाई परियोजना है।

  • उद्देश्य: कोटा जिले के कृषि क्षेत्रों को सिंचाई जल उपलब्ध कराना।

 

31. चंबल परियोजना पर राजस्थान और मध्य प्रदेश में कुल कितने बाँध बनाए गए हैं?

(A) 2

(B) 3

(C) 4

(D) 5

चंबल परियोजना पर राजस्थान और मध्य प्रदेश में कुल 4 बाँध बनाए गए हैं।

सही विकल्प है: (C)


बाँधों का विवरण 🏞️

चंबल नदी घाटी परियोजना (राजस्थान और मध्य प्रदेश की संयुक्त परियोजना) के तहत कुल चार बाँधों का निर्माण किया गया है, जिनमें से एक मध्य प्रदेश में और तीन राजस्थान में स्थित हैं:

  1. गाँधी सागर बाँध: मध्य प्रदेश

  2. राणा प्रताप सागर बाँध: रावतभाटा, चित्तौड़गढ़ (राजस्थान)

  3. जवाहर सागर बाँध: कोटा (राजस्थान)

  4. कोटा बैराज: कोटा (राजस्थान) – (यह बाँध मुख्य रूप से सिंचाई के लिए नहरों में पानी छोड़ने हेतु बनाया गया है, इससे बिजली उत्पादन नहीं होता है।)

32. राणा प्रताप सागर बाँध किस जिले में स्थित है?

(A) कोटा

(B) बूंदी

(C) सवाई माधोपुर

(D) चित्तौड़गढ़

राणा प्रताप सागर बाँध चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित है।

सही विकल्प है: (D)


विवरण 🏞️

  • जिला: यह बाँध राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा में स्थित है।

  • नदी: यह चंबल नदी पर निर्मित है।

  • परियोजना: यह चंबल नदी घाटी परियोजना के तहत बनाया गया दूसरा बाँध है (पहला गाँधी सागर बाँध मध्य प्रदेश में है)।

  • विशेषता: यह बाँध राजस्थान में जल भराव क्षमता (Storage Capacity) की दृष्टि से सबसे बड़ा बाँध है। यह जलविद्युत उत्पादन के लिए भी महत्वपूर्ण है।

33. राजस्थान को भाखड़ा नांगल परियोजना में कितना प्रतिशत जल हिस्सा प्राप्त होता है?

(A) 10.22%

(B) 15.22%

(C) 20.5%

(D) 25%

राजस्थान को भाखड़ा नांगल परियोजना में 15.22% जल हिस्सा प्राप्त होता है।

सही विकल्प है: (B)


परियोजना में हिस्सा 🤝

  • भाखड़ा नांगल परियोजना पंजाब, हरियाणा और राजस्थान की संयुक्त परियोजना है, जिसका निर्माण सतलज नदी पर किया गया है।

  • इस परियोजना से प्राप्त होने वाले रावी-व्यास नदियों के कुल जल में राजस्थान का हिस्सा लगभग 15.22% (3.65 मिलियन एकड़ फीट या MAF) निर्धारित किया गया है।

  • यह जल मुख्य रूप से उत्तरी राजस्थान के हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिलों को सिंचाई के लिए उपलब्ध होता है।

34. इंदिरा गांधी नहर का अंतिम छोर कहाँ पर है?

(A) मोहनगढ़ (जैसलमेर)

(B) गड़रा रोड (बाड़मेर)

(C) गड़रा रोड (बाड़मेर)

(D) हरिके बैराज (पंजाब)

इंदिरा गांधी नहर का अंतिम छोर गड़रा रोड (बाड़मेर) पर है।

सही विकल्प है: (C)


नहर का अंतिम बिंदु 🗺️

  • मुख्य नहर (Main Canal): इंदिरा गांधी नहर की मुख्य नहर का अंतिम बिंदु मोहनगढ़ (जैसलमेर) तक है।

  • विस्तारित अंतिम छोर (Terminal Point): परियोजना का वास्तविक अंतिम छोर मुख्य नहर के बाद निकाली गई नहर प्रणाली के माध्यम से गड़रा रोड (बाड़मेर) तक है, जहाँ से यह नहर राजस्थान के मरुस्थलीय क्षेत्रों को जल वितरित करती है।

(विकल्प (A) मोहनगढ़ भी एक महत्वपूर्ण बिंदु है, लेकिन आधिकारिक तौर पर परियोजना का अंतिम छोर (IGNP Stage III) गड़रा रोड तक माना जाता है। विकल्प (D) हरिके बैराज पंजाब में इस नहर का उद्गम स्थल है।)

35. भीखाभाई सागवाड़ा नहर परियोजना किस नदी पर और किस जिले में है?

(A) सोम नदी, उदयपुर

(B) जाखम नदी, प्रतापगढ़

(C) माही नदी, डूंगरपुर

(D) साबरमती नदी, सिरोही

भीखाभाई सागवाड़ा नहर परियोजना माही नदी पर और डूंगरपुर जिले में है।

सही विकल्प है: (C)


परियोजना का विवरण 🏞️

  • नदी: माही नदी

  • जिला: डूंगरपुर

  • उद्देश्य: यह परियोजना डूंगरपुर जिले के आदिवासी क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बनाई गई है। यह माही बजाज सागर परियोजना का एक हिस्सा है।

  • यह परियोजना दक्षिणी राजस्थान में जल संसाधनों के उपयोग का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है।

36. हडमतिया बाँध किस जिले से संबंधित एक लघु सिंचाई परियोजना है?

(A) जालौर

(B) करौली

(C) झालावाड़

(D) सिरोही

हडमतिया बाँध सिरोही जिले से संबंधित एक लघु सिंचाई परियोजना है।

सही विकल्प है: (D)


परियोजना विवरण 🏞️

  • जिला: सिरोही

  • परियोजना का प्रकार: लघु सिंचाई परियोजना (2000 हेक्टेयर तक सिंचित क्षेत्र)।

  • उद्देश्य: इस बाँध का निर्माण सिरोही जिले के स्थानीय कृषि क्षेत्रों को सिंचाई जल उपलब्ध कराने के लिए किया गया है। सिरोही की अन्य लघु सिंचाई परियोजनाओं में बत्तीसा नाला और वासा बाँध भी शामिल हैं।

37. राजस्थान में सिंचाई की किस पद्धति को ‘माइक्रो इरिगेशन’ के नाम से जाना जाता है?

(A) नहर सिंचाई

(B) कुएँ और नलकूप सिंचाई

(C) बूंद-बूंद और फव्वारा सिंचाई

(D) तालाब सिंचाई

राजस्थान में सिंचाई की बूंद-बूंद और फव्वारा सिंचाई पद्धति को ‘माइक्रो इरिगेशन’ के नाम से जाना जाता है।

सही विकल्प है: (C)


माइक्रो इरिगेशन (Micro Irrigation) या सूक्ष्म सिंचाई एक जल-कुशल तकनीक है जिसमें पानी को सीधे पौधों की जड़ों में या उसके पास नियंत्रित मात्रा में दिया जाता है।
  • इसमें मुख्य रूप से दो पद्धतियाँ शामिल हैं:

    1. बूंद-बूंद सिंचाई (Drip Irrigation): इसमें पानी को बूंद-बूंद करके पौधों की जड़ में गिराया जाता है, जिससे पानी की लगभग 90% तक बचत होती है।

    2. फव्वारा सिंचाई (Sprinkler Irrigation): इसमें पानी को हवा में छिड़का जाता है जो बारिश के रूप में फसलों पर गिरता है।

  • राजस्थान जैसे जल-अभाव वाले राज्य में, नर्मदा नहर परियोजना सहित कई योजनाओं में इन पद्धतियों को अनिवार्य या प्रोत्साहित किया गया है ताकि जल का कुशल उपयोग सुनिश्चित किया जा सके।

38. राजस्थान में ‘जल जीवन मिशन’ का उद्देश्य क्या है?

(A) कृषि सिंचाई में सुधार

(B) 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल कनेक्शन द्वारा पेयजल उपलब्ध कराना

(C) उद्योगों को जल आपूर्ति

(D) भूजल स्तर बढ़ाना

राजस्थान में ‘जल जीवन मिशन’ का मुख्य उद्देश्य 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल कनेक्शन द्वारा पेयजल उपलब्ध कराना है।

सही विकल्प है: (B)

  • मूल उद्देश्य: जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission – JJM) भारत सरकार का एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है, जिसका लक्ष्य देश के सभी ग्रामीण घरों में नल से जल (‘हर घर जल’), यानी सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करना है।

  • समय सीमा: मिशन का लक्ष्य इसे 2024 तक पूरा करना है।

  • फोकस: यह एक पेयजल योजना है, जिसका मुख्य फोकस ग्रामीण आबादी पर है, न कि कृषि या औद्योगिक आपूर्ति पर।

39. गंग नहर से लाभान्वित मुख्य जिला कौन सा है?

(A) बीकानेर

(B) हनुमानगढ़

(C) श्रीगंगानगर

(D) चूरू

गंग नहर से लाभान्वित मुख्य जिला श्रीगंगानगर है।

सही विकल्प है: (C)

  • गंग नहर, जिसका निर्माण महाराजा गंगा सिंह ने करवाया था, राजस्थान की पहली आधुनिक नहर है।

  • यह नहर मुख्य रूप से श्रीगंगानगर जिले को सिंचाई सुविधा प्रदान करती है, जिसने इस क्षेत्र को कृषि उत्पादन में अग्रणी बनाया है।

  • इसी कारण श्रीगंगानगर को गंग नहर के कारण ‘राजस्थान का अन्न भंडार’ भी कहा जाता है।

40. ‘भरतपुर नहर’ किन राज्यों की संयुक्त परियोजना है?

(A) राजस्थान और मध्य प्रदेश

(B) राजस्थान और उत्तर प्रदेश

(C) राजस्थान और हरियाणा

(D) राजस्थान और गुजरात

‘भरतपुर नहर’ राजस्थान और उत्तर प्रदेश राज्यों की संयुक्त परियोजना है।

सही विकल्प है: (B)

  • साझेदार राज्य: राजस्थान और उत्तर प्रदेश।

  • उद्गम: यह नहर यमुना नदी से निकाली गई है।

  • उद्देश्य: इस नहर का मुख्य उद्देश्य भरतपुर शहर और उसके आस-पास के क्षेत्रों को सिंचाई और पेयजल सुविधा प्रदान करना है। यह राजस्थान की सबसे पुरानी नहरों में से एक है।

 

41. चंबल परियोजना के किस बांध से केवल सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाता है?

(A) गाँधी सागर बाँध

(B) राणा प्रताप सागर बाँध

(C) जवाहर सागर बाँध

(D) कोटा बैराज

चंबल परियोजना के कोटा बैराज से केवल सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाता है।

सही विकल्प है: (D)


  • कोटा बैराज चंबल नदी घाटी परियोजना के चार बाँधों में से चौथा और अंतिम बाँध है, जो कोटा में स्थित है।

  • यह बाँध मुख्य रूप से एक विभाजक संरचना (Diversion Structure) के रूप में कार्य करता है।

  • इसका प्राथमिक उद्देश्य बाँध से निकाली गई दो मुख्य नहरों (दाहिनी मुख्य नहर और बाईं मुख्य नहर) में जल छोड़कर सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना है।

  • गाँधी सागर, राणा प्रताप सागर, और जवाहर सागर बाँधों का उपयोग मुख्य रूप से जलविद्युत उत्पादन और जल भंडारण के लिए किया जाता है, जबकि कोटा बैराज का उपयोग केवल सिंचाई के लिए किया जाता है।

42. गड़सीसर सरोवर किस जिले में स्थित है, जो एक प्राचीन जल संचयन संरचना है?

(A) बीकानेर

(B) जैसलमेर

(C) जोधपुर

(D) उदयपुर

गड़सीसर सरोवर जैसलमेर जिले में स्थित है, जो एक प्राचीन जल संचयन संरचना है।

सही विकल्प है: (B)


गड़सीसर सरोवर का विवरण 

  • जिला: जैसलमेर

  • निर्माण: इस सरोवर का निर्माण 14वीं शताब्दी में जैसलमेर के शासक राव जैसल द्वारा करवाया गया था, और बाद में गड़सी सिंह ने इसका जीर्णोद्धार करवाया।

  • महत्व: यह जैसलमेर शहर को पानी उपलब्ध कराने वाला एक महत्वपूर्ण जल स्रोत था। यह सरोवर मरुस्थल में जल संचयन की प्राचीन भारतीय इंजीनियरिंग का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसके चारों ओर सुंदर पोल (प्रवेश द्वार) और घाट बने हुए हैं।

43. मेजा बाँध किस नदी पर और किस जिले में स्थित है?

(A) चंबल नदी, कोटा

(B) कोठारी नदी, भीलवाड़ा

(C) बनास नदी, टोंक

(D) माही नदी, बाँसवाड़ा

मेजा बाँध कोठारी नदी पर भीलवाड़ा जिले में स्थित है।

सही विकल्प है: (B)


मेजा बाँध का विवरण 

  • नदी: कोठारी नदी (यह बनास नदी की सहायक नदी है)।

  • जिला: भीलवाड़ा

  • उद्देश्य: यह बाँध भीलवाड़ा शहर और आस-पास के क्षेत्रों को पेयजल और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराता है।

  • विशेषता: बाँध के पास ही मेजा पार्क (ग्रीन माउंट) स्थित है, जो एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।

44. हनुमानगढ़, चूरू और झुंझुनूं जिलों में पेयजल उपलब्ध कराने वाली लिफ्ट नहर का नया नाम क्या है?

(A) चौधरी कुम्भाराम आर्य लिफ्ट नहर

(B) कँवरसेन लिफ्ट नहर

(C) जय नारायण व्यास लिफ्ट नहर

(D) वीर तेजाजी लिफ्ट नहर

हनुमानगढ़, चूरू और झुंझुनूं जिलों में पेयजल उपलब्ध कराने वाली लिफ्ट नहर का नया नाम चौधरी कुम्भाराम आर्य लिफ्ट नहर है।

सही विकल्प है: (A)


व्याख्या 💧

  • मूल नाम: इस लिफ्ट नहर को पहले गंधेली-साहवा लिफ्ट नहर के नाम से जाना जाता था।

  • वर्तमान नाम: इसका नाम बदलकर किसानों के हितैषी नेता चौधरी कुम्भाराम आर्य के नाम पर रखा गया है।

  • परियोजना: यह इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) की एक महत्वपूर्ण लिफ्ट नहर है, जो राजस्थान के तीन मरूस्थलीय जिलों (हनुमानगढ़, चूरू, और झुंझुनूं) के शुष्क क्षेत्रों को पेयजल उपलब्ध कराती है, विशेषकर चूरू के लिए यह जीवन रेखा समान है।

  • अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: इस परियोजना के एक भाग को जर्मनी के सहयोग से संचालित किया गया था (आपणी परियोजना)।

45. बाँकली बाँध किस नदी पर और किस जिले में स्थित है?

(A) जवाई नदी, पाली

(B) सुकड़ी नदी, जालौर

(C) लूणी नदी, जोधपुर

(D) मेज नदी, बूंदी

बाँकली बाँध सुकड़ी नदी पर और जालौर जिले में स्थित है।

सही विकल्प है: (B)


बाँध का विवरण 

  • नदी: सुकड़ी नदी (लूणी नदी की एक सहायक नदी)।

  • जिला: जालौर

  • उद्देश्य: यह बाँध जालौर जिले के कृषि क्षेत्रों को सिंचाई जल उपलब्ध कराने के लिए बनाया गया है।

  • स्थान: यह बाँध जालौर जिले के आहोर उपखंड के पास स्थित है।

46. ‘बीसलपुर बाँध’ का निर्माण किस चौहान शासक ने करवाया था, जिसके नाम पर इसका नामकरण हुआ?

(A) अजयराज

(B) पृथ्वीराज चौहान

(C) विग्रहराज चतुर्थ (बीसलदेव)

(D) अर्णोराज

‘बीसलपुर बाँध’ का निर्माण विग्रहराज चतुर्थ (बीसलदेव) नामक चौहान शासक ने करवाया था, जिसके नाम पर इसका नामकरण हुआ।

सही विकल्प है: (C)

  • विग्रहराज चतुर्थ (जिन्हें बीसलदेव के नाम से भी जाना जाता है) अजमेर के चौहान वंश के एक प्रतापी शासक थे।

  • उन्होंने 12वीं शताब्दी में बनास नदी पर टोंक जिले में मूल रूप से एक तालाब का निर्माण करवाया था, जिसे बीसलसर या बीसलपुर कहा जाता था।

  • आधुनिक बीसलपुर बाँध का निर्माण बाद में (1980 के दशक में) इसी प्राचीन जल संचयन स्थल के पास किया गया, लेकिन इसका नामकरण चौहान शासक बीसलदेव की स्मृति में ही रखा गया है।

47. ‘नहरों के किनारे-किनारे पवन ऊर्जा परियोजना’ किस नहर से जुड़ी हुई है?

(A) गंग नहर

(B) चंबल नहर

(C) इंदिरा गांधी नहर

(D) नर्मदा नहर

‘नहरों के किनारे-किनारे पवन ऊर्जा परियोजना’ इंदिरा गांधी नहर से जुड़ी हुई है।

सही विकल्प है: (C)


परियोजना का विवरण 

  • संबंध: यह परियोजना मुख्य रूप से इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) के कमांड क्षेत्र से जुड़ी हुई है, विशेषकर जैसलमेर और बाड़मेर जैसे जिलों में।

  • उद्देश्य: इस परियोजना का उद्देश्य मरुस्थलीय क्षेत्रों में नहर के किनारे उपलब्ध भूमि और तेज हवाओं का लाभ उठाकर पवन ऊर्जा का उत्पादन करना है।

  • लाभ: नहर के समानांतर पवन चक्कियों की स्थापना से न केवल विद्युत उत्पादन होता है, बल्कि नहर के आसपास के क्षेत्रों में औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिलता है।

48. ‘सिद्धमुख-नोहर परियोजना’ का उद्घाटन किस प्रधानमंत्री ने किया था?

(A) इंदिरा गांधी

(B) राजीव गांधी

(C) नरसिम्हा राव

(D) अटल बिहारी वाजपेयी

‘सिद्धमुख-नोहर परियोजना’ का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने किया था।

सही विकल्प है: (C)


परियोजना का उद्घाटन 

  • उद्घाटक: तत्कालीन प्रधानमंत्री पी. वी. नरसिम्हा राव ने 8 अक्टूबर 1993 को इस परियोजना का उद्घाटन किया था।

  • वर्तमान नाम: इस परियोजना का नाम अब राजीव गांधी सिद्धमुख नहर परियोजना कर दिया गया है।

  • जल स्रोत: यह परियोजना रावी-व्यास नदियों के अतिरिक्त जल का उपयोग करती है।

  • लाभान्वित जिले: हनुमानगढ़ (नोहर और भादरा) और चूरू (सिद्धमुख) जिले।

  • सहयोग: इसे यूरोपीय आर्थिक समुदाय (EEC) और कुवैत फंड के सहयोग से शुरू किया गया था।

49. ‘जवाई बाँध’ किस जिले में स्थित है और इसे किस नाम से जाना जाता है?

(A) पाली, मारवाड़ का अमृत सरोवर

(B) जोधपुर, पश्चिमी राजस्थान की जीवन रेखा

(C) सिरोही, नक्की झील का स्रोत

(D) उदयपुर, मेवाड़ का अमृत सरोवर

‘जवाई बाँध’ पाली जिले में स्थित है और इसे मारवाड़ का अमृत सरोवर के नाम से जाना जाता है।

सही विकल्प है: (A)


जवाई बाँध का विवरण 

  • स्थान: पाली जिला, सुमेरपुर के पास।

  • नदी: यह बाँध जवाई नदी (लूणी की सहायक नदी) पर बनाया गया है।

  • महत्व: यह बाँध पश्चिमी राजस्थान (मारवाड़) के कई जिलों (विशेषकर पाली और जोधपुर) को पेयजल और सिंचाई जल की आपूर्ति करता है।

  • उपनाम: इस क्षेत्र के लिए जल के महत्व के कारण इसे “मारवाड़ का अमृत सरोवर” कहा जाता है।

  • अन्य तथ्य: इस बाँध में पानी की कमी होने पर सेई परियोजना (उदयपुर) की सुरंग से जल स्थानांतरित किया जाता है।

50. राजस्थान में ‘जल संरक्षण’ हेतु प्रधानमंत्री ‘कुसुम’ योजना का घटक ‘बी’ किससे संबंधित है?

(A) ड्रिप सिंचाई

(B) सौर ऊर्जा आधारित पम्प

(C) नहरों का निर्माण

(D) चेक डैम

राजस्थान में ‘जल संरक्षण’ हेतु प्रधानमंत्री ‘कुसुम’ योजना का घटक ‘बी’ सौर ऊर्जा आधारित पम्प से संबंधित है।

सही विकल्प है: (B)

प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (PM-KUSUM) योजना को तीन घटकों में विभाजित किया गया है:

  • घटक ‘ए’ (Component A): किसान की बंजर/कृषि भूमि पर विकेन्द्रीकृत ग्रिड से जुड़े सौर ऊर्जा संयंत्रों (0.5 मेगावॉट से 2 मेगावॉट तक) की स्थापना।

  • घटक ‘बी’ (Component B): सौर ऊर्जा संचालित स्टैंडअलोन कृषि पम्पों (Stand-alone Solar Agricultural Pumps) की स्थापना। यह सिंचाई के लिए डीजल पम्पों पर निर्भरता कम करता है, जिससे किसानों की लागत घटती है और जल का कुशल उपयोग संभव होता है।

  • घटक ‘सी’ (Component C): ग्रिड से जुड़े कृषि पम्पों का सौर ऊर्जाकरण (Solarisation)

इस प्रकार, घटक ‘बी’ सीधे किसानों को सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाले पम्प उपलब्ध कराता है, जो डीजल पम्पों के मुकाबले अधिक टिकाऊ और जल-कुशल होते हैं।

 

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