राजस्थान के लोक देवता
खंड 1: पंच पीर (The Five Pirs)
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राजस्थान के ‘पंच पीर’ में निम्न में से कौनसे लोक देवता सम्मिलित नहीं हैं?
(A) गोगाजी
(B) पाबूजी
(C) तेजाजी
(D) हड़बूजी
राजस्थान के ‘पंच पीर’ में तेजाजी (C) सम्मिलित नहीं हैं।
🐪 पंच पीर में सम्मिलित लोक देवता
राजस्थान के पंच पीर (पाँच पूजनीय लोक देवता) में निम्नलिखित लोक देवता शामिल हैं:
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गोगाजी
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पाबूजी
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हड़बूजी
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रामदेवजी
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मांगलिया मेहाजी
नोट: ये सभी लोक देवता ऐसे हैं जिनकी पूजा हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही सम्प्रदायों के लोग समान रूप से करते हैं, इसीलिए इन्हें ‘पीर’ कहा जाता है। तेजाजी राजस्थान के प्रमुख लोक देवताओं में से एक हैं, लेकिन उन्हें पंच पीर में शामिल नहीं किया जाता है।
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लोक देवता रामदेव जी के गुरु कौन थे?
(A) बालीनाथ जी
(B) हड़बूजी
(C) बालकनाथ जी
(D) गोरखनाथ जी
लोक देवता रामदेव जी के गुरु बालीनाथ जी थे।
सही विकल्प है: (A) बालीनाथ जी
🌟 लोक देवता रामदेव जी और उनके गुरु
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राजस्थान के प्रमुख लोक देवता रामदेव जी (जिन्हें रामसा पीर के नाम से भी जाना जाता है) ने अपने गुरु बालीनाथ जी से दीक्षा प्राप्त की थी।
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गुरु बालीनाथ जी का प्रमुख समाधि स्थल मसूरिया पहाड़ी, जोधपुर में स्थित है।
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लोक मान्यता के अनुसार, बालीनाथ जी की प्रेरणा से ही रामदेव जी ने सामाजिक समरसता और लोक कल्याण के कार्य किए।
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रामदेव जी का जन्म स्थान कहाँ है?
(A) खरनाल (नागौर)
(B) ददरेवा (चूरू)
(C) उंडूकासमेर (बाड़मेर)
(D) कोलू (फलोदी, जोधपुर)
सही उत्तर: (C) उंडूकासमेर (बाड़मेर)
✨ व्याख्या (Explanation)
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लोक देवता रामदेव जी का जन्म भाद्रपद शुक्ल द्वितीया (बाबे री बीज) को बाड़मेर जिले की शिव तहसील के उंडूकासमेर (कहीं-कहीं इसे ‘उंडू-काश्मीर’ भी लिखा जाता है) गाँव में हुआ था।
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उनके पिता का नाम अजमाल जी तंवर और माता का नाम मैणादे था।
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अन्य विकल्पों में दिए गए स्थान भी प्रमुख लोक देवताओं से संबंधित हैं:
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(A) खरनाल (नागौर): यह तेजाजी का जन्म स्थान है।
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(B) ददरेवा (चूरू): यह गोगाजी का जन्म स्थान है।
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(D) कोलू (फलोदी, जोधपुर): यह पाबूजी का जन्म स्थान है।
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किस लोक देवता को ‘प्लेग रक्षक देवता’ और ‘ऊँटों के देवता’ के रूप में पूजा जाता है?
(A) गोगाजी
(B) पाबूजी
(C) तेजाजी
(D) रामदेव जी
जिस लोक देवता को ‘प्लेग रक्षक देवता’ और ‘ऊँटों के देवता’ के रूप में पूजा जाता है, वे हैं:
(B) पाबूजी
🐪 पाबूजी: ऊँटों के देवता और प्लेग रक्षक
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‘ऊँटों के देवता’: पाबूजी राठौड़ को मारवाड़ क्षेत्र में सबसे पहले ऊँट लाने का श्रेय दिया जाता है। इस कारण रेबारी (राइका) जाति, जो ऊँट पालन का काम करती है, उन्हें अपना मुख्य आराध्य देवता मानती है। ऊँटों के बीमार पड़ने पर पाबूजी की पूजा की जाती है।
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‘प्लेग रक्षक देवता’: जनमानस में यह भी मान्यता है कि पाबूजी की आराधना से प्लेग जैसी संक्रामक बीमारियों से रक्षा होती है, इसलिए उन्हें प्लेग रक्षक देवता भी कहा जाता है।
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अन्य पहचान: उन्हें लक्ष्मण का अवतार भी माना जाता है। उनकी फड़ (लोक-गाथा) राजस्थान की सबसे लोकप्रिय फड़ों में से एक है, जिसे भोपे (पुजारी) रावणहत्था वाद्य यंत्र के साथ गाते हैं।
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पाबूजी का मुख्य पूजा स्थल ‘कोलू गाँव’ वर्तमान में किस जिले में स्थित है?
(A) जोधपुर
(B) फलोदी
(C) बीकानेर
(D) जैसलमेर
पाबूजी का मुख्य पूजा स्थल ‘कोलू गाँव’ वर्तमान में (B) फलोदी जिले में स्थित है।
✨ व्याख्या (Explanation)
लोक देवता पाबूजी राठौड़ का जन्मस्थान और मुख्य पूजा स्थल कोलू गाँव (या कोलू-मंड) है।
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यह गाँव पहले जोधपुर जिले की फलौदी तहसील के अंतर्गत आता था।
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राजस्थान सरकार द्वारा नए जिलों के गठन के बाद, अब यह गाँव नवगठित फलोदी जिले का हिस्सा बन गया है।
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पाबूजी को समर्पित यह मंदिर ऊँटों के देवता के रूप में पूजनीय है, जहाँ प्रतिवर्ष चैत्र अमावस्या को विशाल मेला भरता है।
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गोगाजी की समाधि (धुरमेड़ी) कहाँ स्थित है?
(A) ददरेवा (चूरू)
(B) गोगामेड़ी (हनुमानगढ़)
(C) खरनाल (नागौर)
(D) ब्यावर (अजमेर)
गोगाजी की समाधि (धुरमेड़ी) गोगामेड़ी (हनुमानगढ़) में स्थित है।
सही विकल्प है: (B) गोगामेड़ी (हनुमानगढ़)
🕌 व्याख्या (Explanation)
लोक देवता गोगाजी (जिन्हें जाहरवीर या जाहर पीर भी कहा जाता है) से संबंधित दो प्रमुख स्थल हैं, जिन्हें ‘मेड़ी’ कहा जाता है:
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शीर्ष मेड़ी (जन्म स्थान):
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यह वह स्थान है जहाँ गोगाजी का जन्म हुआ था और युद्ध के दौरान उनका शीश गिरा था।
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यह स्थल ददरेवा, चूरू में स्थित है। (विकल्प A)
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धुरमेड़ी (समाधि स्थल):
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यह वह स्थान है जहाँ युद्ध में लड़ते हुए उनका धड़ (धड़) गिरा और उन्होंने घोड़े सहित जीवित समाधि ली थी।
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यह स्थल गोगामेड़ी, नोहर तहसील, हनुमानगढ़ जिले में स्थित है और इसे ही उनका समाधि स्थल माना जाता है।
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गोगामेड़ी का मंदिर मक़बरा नुमा शैली में बना हुआ है और यह सांप्रदायिक सद्भाव का प्रतीक है, जहाँ हिंदू और मुस्लिम पुजारी (चायल) दोनों पूजा करते हैं।
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किस लोक देवता को गायों की रक्षा के लिए युद्ध में अपने मौसेरे भाई जयमल और केसरिया कुंवर से लड़ना पड़ा?
(A) पाबूजी
(B) गोगाजी
(C) तेजाजी
(D) हड़बूजी
हल: (B) गोगाजी। गोगाजी को अपने मौसेरे भाई सज्जू और केसरिया\ कुंवर से गायों की रक्षा के लिए युद्ध करना पड़ा था। (कुछ स्रोतों में इसे अर्जन-सर्जन भी कहा जाता है, जो उनके मौसेरे भाई थे, जबकि जयमल पाबूजी के भाई थे)।
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किस लोक देवता को भविष्यवक्ता और शकुन शास्त्र का ज्ञाता माना जाता है, जिन्हें रामदेव जी ने अपनी गायें भेंट की थीं?
(A) रामदेव जी
(B) हड़बूजी
(C) गोगाजी
(D) मेहाजी मांगलिया
हल: (B) हड़बूजी। हड़बूजी (बेंगटी, फलोदी) रामदेव जी के मौसेरे भाई और मित्र थे। वे शकुन\ शास्त्र के ज्ञाता थे।
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किस लोक देवता की पूजा करते समय ‘भाद्रपद शुक्ल एकादशी’ को इनका मेला आयोजित होता है, जिसमें कामांड़िया पंथ की महिलाएं तेरहताली नृत्य करती हैं?
(A) गोगाजी
(B) तेजाजी
(C) रामदेव जी
(D) पाबूजी
हल: (C) रामदेव जी। रामदेव जी ने कामांड़िया\ पंथ की स्थापना की, और इनका मुख्य मेला भाद्रपद\ शुक्ल\ द्वितीया से एकादशी तक आयोजित होता है।
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किस लोक देवता का वाहन ‘सवारी’ है, और पूजा स्थल पर साँकल की पूजा की जाती है?
(A) रामदेव जी
(B) गोगाजी
(C) मेहाजी मांगलिया
(D) हड़बूजी
हल: (C) मेहाजी मांगलिया। मेहाजी मांगलिया (बापणी, जोधपुर) के घोड़े का नाम किरड़\ काबरा था।
खंड 2: प्रमुख अन्य लोक देवता (Other Major Folk Deities)
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किस लोक देवता को ‘काला और बाला’ का देवता तथा ‘कृषि कार्यों का उपकारक देवता’ कहा जाता है?
(A) गोगाजी
(B) तेजाजी
(C) देवनारायण जी
(D) कल्लाजी राठौड़
हल: (B) तेजाजी। तेजाजी (खरनाल, नागौर) को कृषि कार्य शुरू करने से पहले पूजा जाता है।
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तेजाजी को साँप ने किस स्थान पर डसा था?
(A) सुरसुरा (अजमेर)
(B) खरनाल (नागौर)
(C) सैंदरिया (अजमेर)
(D) परबतसर (नागौर)
हल: (C) सैंदरिया (अजमेर)। साँप के डसने के बाद उनकी मृत्यु सुरसुरा (अजमेर) में हुई थी।
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किस लोक देवता की फड़ राजस्थान की सबसे लम्बी फड़ है, जिसे ‘जंतर’ वाद्य यंत्र के साथ गाया जाता है?
(A) पाबूजी
(B) रामदेव जी
(C) देवनारायण जी
(D) तेजाजी
हल: (C) देवनारायण जी। देवनारायण जी (भीलवाड़ा) की फड़ पर डाक\ टिकट भी जारी किया गया है।
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किस लोक देवता को ‘चार हाथों वाले देवता’ के रूप में पूजा जाता है?
(A) तेजाजी
(B) पाबूजी
(C) कल्लाजी राठौड़
(D) गोगाजी
हल: (C) कल्लाजी राठौड़। कल्लाजी (मेड़ता, नागौर) ने चित्तौड़ के तीसरे साके (1568 ई.) में अपने काका जयमल को अपने कंधों पर बिठाकर युद्ध किया था, इसलिए उन्हें चार हाथों वाला देवता कहते हैं।
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किस लोक देवता का मुख्य मंदिर आसींद (भीलवाड़ा) में है?
(A) तेजाजी
(B) देवनारायण जी
(C) रामदेव जी
(D) गोगाजी
हल: (B) देवनारायण जी। इनका मेला भाद्रपद\ शुक्ल\ सप्तमी को भरता है।
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मामादेव (Mama Dev) को खुश करने के लिए किसकी बलि दी जाती है?
(A) भैंस
(B) बकरी
(C) भैंसा
(D) ऊँट
हल: (C) भैंसा। मामादेव को वर्षा\ के\ देवता के रूप में पूजा जाता है, और ये मूर्तियों के बजाय लकड़ी\ के\ तोरण के रूप में पूजे जाते हैं।
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किस लोक देवता का विवाह बूंदी की पैमलदे से हुआ था?
(A) गोगाजी
(B) तेजाजी
(C) पाबूजी
(D) देवनारायण जी
हल: (B) तेजाजी। तेजाजी की पत्नी का नाम पैमलदे था।
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वह लोक देवता जिनके पुजारी को ‘घोडला’ कहा जाता है?
(A) रामदेव जी
(B) देवनारायण जी
(C) गोगाजी
(D) पाबूजी
हल: (C) गोगाजी। गोगाजी के पुजारी को ‘घोडला’ कहते हैं।
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किस लोक देवता को ‘जहर पीर’ (साँपों का देवता) के नाम से भी जाना जाता है?
(A) गोगाजी
(B) तेजाजी
(C) पाबूजी
(D) देवनारायण जी
हल: (A) गोगाजी। गोगाजी को महमूद गजनवी ने ‘जाहर\ पीर’ (साक्षात् देवता) की उपाधि दी थी।
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किस लोक देवता का संबंध जैसलमेर के पोकरण से है, जिन्होंने भैरव\ राक्षस का वध किया था?
(A) पाबूजी
(B) रामदेव जी
(C) तेजाजी
(D) हड़बूजी
हल: (B) रामदेव जी। रामदेव जी ने पोकरण (जैसलमेर) को अपनी राजधानी बनाया था।
खंड 3: लोक देवियाँ (Female Folk Deities)
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किस देवी को ‘चूहों की देवी’ के रूप में पूजा जाता है?
(A) जीण माता
(B) सकराय माता
(C) करणी माता
(D) कैला देवी
हल: (C) करणी माता। देशनोक (बीकानेर) में स्थित करणी माता के मंदिर में सफेद चूहों (‘काबा’) को पवित्र माना जाता है।
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जीण माता का मंदिर कहाँ स्थित है?
(A) ब्यावर (अजमेर)
(B) रेवासा (सीकर)
(C) उदयपुरवाटी (झुंझुनूं)
(D) सुजानगढ़ (चूरू)
हल: (B) रेवासा (सीकर)। जीण माता चौहानों की कुलदेवी हैं।
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किस देवी के मंदिर में लांगुरिया गीत गाए जाते हैं?
(A) जीण माता
(B) करणी माता
(C) कैला देवी
(D) शीतला माता
हल: (C) कैला देवी। कैला देवी का मंदिर करौली में है, जहाँ चैत्र\ शुक्ल\ अष्टमी को मेला भरता है।
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बच्चों की संरक्षिका और चेचक की देवी के रूप में किस देवी की पूजा की जाती है?
(A) कैला देवी
(B) जीण माता
(C) शीतला माता
(D) आई माता
हल: (C) शीतला माता। शीतला माता का मुख्य मंदिर चाकसू (जयपुर ग्रामीण) में है, जहाँ शीतलाष्टमी\ (चैत्र\ कृष्ण\ अष्टमी) को बासी भोजन (ओलिया) खाया जाता है।
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किस देवी के मंदिर को ‘दरगाह’ कहते हैं और जहाँ दीपक से केसर टपकती है?
(A) जीण माता
(B) करणी माता
(C) आई माता
(D) तनोट माता
हल: (C) आई माता। आई माता (बिलाड़ा, जोधपुर) रामदेव\ जी की शिष्या थीं।
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किस देवी को थार की वैष्णो देवी कहा जाता है?
(A) करणी माता
(B) कैला देवी
(C) तनोट माता
(D) जीण माता
हल: (C) तनोट माता। तनोट माता का मंदिर जैसलमेर में है, जहाँ BSF के जवान पूजा करते हैं।
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किस देवी को खंडित रूप में पूजा जाता है?
(A) करणी माता
(B) कैला देवी
(C) शीतला माता
(D) तनोट माता
हल: (C) शीतला माता। शीतला माता की मूर्ति खंडित रूप में पूजी जाती है।
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किस देवी का संबंध चम्पावतों से है और जिनका मंदिर आउवा (पाली) में है?
(A) बाण माता
(B) सुगाली माता
(C) आवड़ माता
(D) घेवर माता
हल: (B) सुगाली माता। सुगाली माता को 1857 की\ क्रांति की देवी भी कहते हैं (10 सिर और 54 हाथ)।
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आमेर के कछवाहा शासकों की कुलदेवी कौन हैं?
(A) शीतला माता
(B) जमवाय माता
(C) शाकम्भरी माता
(D) जीण माता
हल: (B) जमवाय माता। जमवाय माता का मंदिर जमवारामगढ़ (जयपुर ग्रामीण) में स्थित है।
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‘शाकम्भरी माता’ (सांभर) किस चौहान शाखा की कुलदेवी हैं?
(A) जालौर के चौहान
(B) सांभर के चौहान
(C) रणथंभौर के चौहान
(D) हाड़ा चौहान
हल: (B) सांभर के चौहान।
खंड 4: अन्य महत्त्वपूर्ण लोक देवता और देवियाँ
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किस लोक देवता का पूजा स्थल ‘मेवाड़ के खजुराहो’ के रूप में जाना जाता है?
(A) तेजाजी
(B) देवनारायण जी
(C) कलाजी राठौड़
(D) रामदेव जी
हल: (C) कलाजी राठौड़। कल्लाजी राठौड़ का मुख्य पूजा स्थल चित्तौड़गढ़ के पास स्थित है।
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किस लोक देवता को ‘शेखावाटी के लोक देवता’ के रूप में जाना जाता है?
(A) पाबूजी
(B) झुंझार जी
(C) गोगाजी
(D) हरिराम बाबा
हल: (B) झुंझार जी। झुंझार जी (इलोहा गाँव, सीकर) को एक वीर योद्धा के रूप में पूजा जाता है।
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किस लोक देवता को ‘भूरिया बाबा’ के नाम से जाना जाता है और इनकी झूठी कसम नहीं खाई जाती?
(A) गोगाजी
(B) तेजाजी
(C) गौतमेश्वर जी
(D) हरिराम बाबा
हल: (C) गौतमेश्वर जी। गौतमेश्वर\ जी (भूरिया बाबा) मीणा जनजाति के इष्टदेव हैं।
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किस लोक देवता को उनकी गायों की रक्षा करते हुए वीरगति मिली थी और उनकी पत्नी केलमदे ने भी उनके साथ सती हुई?
(A) पाबूजी
(B) गोगाजी
(C) तेजाजी
(D) हड़बूजी
हल: (A) पाबूजी। पाबूजी की मृत्यु जायस\ खींची से युद्ध करते हुए हुई थी।
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राजस्थान के किस लोक देवता ने 1378 ई. में मुस्लिम आक्रांताओं से युद्ध किया था?
(A) पाबूजी
(B) तेजाजी
(C) गोगाजी
(D) रामदेव जी
हल: (C) गोगाजी। गोगाजी ने महमूद गजनवी से युद्ध किया था। (हालांकि उनकी तिथि 11वीं सदी है, लेकिन राजस्थान में कई लोक देवताओं के युद्ध 14वीं सदी तक हुए हैं, पर गोगाजी सबसे प्रमुख हैं।)
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किस लोक देवता का प्रमुख पूजा स्थल ‘बूंदेल’ (नागौर) में है, और यहाँ साँप का काटा हुआ व्यक्ति ठीक हो जाता है?
(A) गोगाजी
(B) तेजाजी
(C) हरिराम बाबा
(D) रामदेव जी
हल: (C) हरिराम बाबा।
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किस लोक देवी का मेला आश्विन शुक्ल दशमी को भरता है, और इनका मंदिर नागौर में है?
(A) दधिमति माता
(B) सच्चियाय माता
(C) केवाय माता
(D) घेवर माता
हल: (C) केवाय माता। केवाय माता दधिमति ब्राह्मणों की कुलदेवी हैं।
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किस देवी के मंदिर में नारीयल\ (नारियल) की पूजा की जाती है?
(A) शीतला माता
(B) घेवर माता
(C) लटियाल माता
(D) सचिया माता
हल: (C) लटियाल माता। लटियाल माता का मंदिर फलोदी में है।
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अजमेर की चौहानों की कुलदेवी कौन हैं?
(A) जमवाय माता
(B) शाकम्भरी माता
(C) जीन माता
(D) करणी माता
हल: (B) शाकम्भरी माता।
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किस लोक देवता के मुख्य पूजा स्थल पर इनकी सवारी ‘नीली घोड़ी’ की मूर्ति लगी हुई है?
(A) रामदेव जी
(B) गोगाजी
(C) तेजाजी
(D) पाबूजी
हल: (B) गोगाजी। गोगाजी की घोड़ी का नाम ‘नीली\ घोड़ी’ (गोगा बप्पा) था।
खंड 5: विविध प्रश्न
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वह लोक देवता जिन्होंने शुद्धि आंदोलन चलाया तथा दलितों और पिछड़ों के उत्थान के लिए कार्य किया?
(A) रामदेव जी
(B) गोगाजी
(C) तेजाजी
(D) पाबूजी
हल: (A) रामदेव जी।
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किस लोक देवता के ‘भोपे’ (पुजारी) फड़ का वाचन करते समय ‘रावणहत्था’ वाद्य यंत्र का प्रयोग करते हैं?
(A) पाबूजी
(B) देवनारायण जी
(C) गोगाजी
(D) रामदेव जी
हल: (A) पाबूजी।
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किस लोक देवता के थान (पूजा स्थल) ‘खेजड़ी वृक्ष’ के नीचे पाए जाते हैं?
(A) पाबूजी
(B) गोगाजी
(C) तेजाजी
(D) रामदेव जी
हल: (B) गोगाजी। गोगाजी से संबंधित कहावत है: “गाँव-गाँव\ गोगा,\ गाँव-गाँव\ खेजड़ी।”
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किस लोक देवी को ‘सेठों की देवी’ (ओसवालों की कुलदेवी) के रूप में भी जाना जाता है?
(A) आवड़ माता
(B) सच्चियाय माता
(C) शीतला माता
(D) बाण माता
हल: (B) सच्चियाय माता। सच्चियाय माता का मंदिर ओसियाँ (जोधपुर) में स्थित है।
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वह लोक देवता जिनकी पूजा करते समय घोड़ी (नृत्य/खेल) का प्रदर्शन किया जाता है?
(A) तेजाजी
(B) देवनारायण जी
(C) रामदेव जी
(D) गोगाजी
हल: (C) रामदेव जी। रामदेव जी की पूजा में कामांड़िया\ पंथ का तेरहताली\ नृत्य और घोड़ी नृत्य किया जाता है।
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किस लोक देवता की पूजा के प्रतीक के रूप में पगलिए (चरण-चिह्न) पूजे जाते हैं?
(A) तेजाजी
(B) गोगाजी
(C) रामदेव जी
(D) पाबूजी
हल: (C) रामदेव जी।
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किस लोक देवता के मंदिर में बैलगाड़ी की पूजा की जाती है?
(A) तेजाजी
(B) हड़बूजी
(C) रामदेव जी
(D) गोगाजी
हल: (B) हड़बूजी। हड़बूजी अपनी बैलगाड़ी का उपयोग अपाहिज और असहाय गायों के लिए चारा लाने में करते थे।
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किस लोक देवी को ‘अग्निसनान’ करने के कारण जाना जाता है?
(A) करणी माता
(B) घेवर माता
(C) कैला देवी
(D) जीण माता
हल: (B) घेवर माता। घेवर माता (राजसमंद झील) बिना पति के सती हुईं थीं।
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‘आई माता’ की फड़ का वाचन करते समय किस वाद्य यंत्र का प्रयोग किया जाता है?
(A) रावणहत्था
(B) जंतर
(C) रवाज
(D) चौतारा
हल: (B) जंतर। आई माता और देवनारायण जी दोनों की फड़ के वाचन में जंतर का प्रयोग होता है।
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किस लोक देवता की मूर्तियों को पत्थर पर उत्कीर्ण करके उनके निवास स्थान पर पूजा जाता है?
(A) तेजाजी
(B) गोगाजी
(C) रामदेव जी
(D) पाबूजी
हल: (A) तेजाजी। तेजाजी की मूर्ति पत्थर पर उत्कीर्ण साँप के प्रतीक के साथ पूजी जाती है।