Rajasthan Geography Mock Test – 14 उद्योग
प्रश्न 1 राजस्थान के औद्योगिक विकास में रीको (RIICO) की भूमिका के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
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रीको औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना और भूमि आवंटन का प्रमुख कार्य करता है।
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यह मध्यम और वृहद उद्योगों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
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रीको ने ‘एग्रो फूड पार्क’ और ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास केंद्र’ (IIDCs) की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उपर्युक्त में से कौन से कथन सत्य हैं?
(A) केवल 1 और 2
(B) केवल 2 और 3
(C) केवल 1 और 3
(D) 1, 2 और 3
सही उत्तर: (D) 1, 2 और 3
व्याख्यात्मक हल
रीको (राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम) राज्य में औद्योगिक विकास की शीर्ष संस्था है।
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कथन 1 सही है: रीको का प्राथमिक कार्य औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना करना, भूमि का विकास करना और उद्योगों को आवंटित करना है।
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कथन 2 सही है: यह मध्यम और वृहद उद्योगों को दीर्घकालिक ऋण और इक्विटी भागीदारी के माध्यम से वित्तीय सहायता भी प्रदान करता है।
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कथन 3 सही है: रीको ने एग्रो फूड पार्क (कोटा, जोधपुर, अलवर, श्रीगंगानगर) और केंद्र सरकार की योजना के तहत इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास केंद्र (IIDCs) की स्थापना की है, जो विशिष्ट औद्योगिक समूहों को बढ़ावा देते हैं।
प्रश्न 2 राजस्थान में औद्योगिक पिछड़ेपन के प्रमुख कारणों में से कौन सा नहीं है ? (A) कच्चे माल की उपलब्धता में कमी
(B) अपर्याप्त जल आपूर्ति
(C) ऊर्जा संकट और अनियमित आपूर्ति
(D) भौगोलिक क्षेत्रफल का बड़ा होना
सही उत्तर: (D) भौगोलिक क्षेत्रफल का बड़ा होना
व्याख्यात्मक हल
औद्योगिक पिछड़ेपन का कारण भौगोलिक क्षेत्रफल का बड़ा होना नहीं है, बल्कि यह तो विविध संसाधनों की संभावना प्रदान करता है।
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कच्चे माल की उपलब्धता में कमी कुछ क्षेत्रों में (जैसे वन-आधारित उद्योग) और अपर्याप्त जल आपूर्ति (विशेषकर पश्चिमी राजस्थान में) औद्योगिक विकास को बाधित करती है।
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ऊर्जा संकट और अनियमित आपूर्ति (बिजली) उद्योगों के लिए एक गंभीर चुनौती रही है।
प्रश्न 3 राजस्थान में केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान (CSWRI) कहाँ स्थित है, जो ऊन उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण है?
(A) जोधपुर
(B) बीकानेर
(C) अविकानगर (टोंक)
(D) जयपुर
सही उत्तर: (C) अविकानगर (टोंक)
व्याख्यात्मक हल
केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान (Central Sheep and Wool Research Institute – CSWRI) राजस्थान के टोंक जिले के अविकानगर में स्थित है। इसका कार्य भेड़ पालन और ऊन के गुणवत्ता सुधार से संबंधित अनुसंधान करना है, जिसका सीधा प्रभाव राज्य के महत्वपूर्ण ऊन उद्योग पर पड़ता है।
प्रश्न 4 निम्नलिखित में से कौन सा औद्योगिक केंद्र सीमेंट उद्योग के लिए प्रसिद्ध है और इसे ‘सीमेंट नगरी’ भी कहा जाता है?
(A) ब्यावर
(B) गोटन
(C) चित्तौड़गढ़
(D) मोड़क
सही उत्तर: (C) चित्तौड़गढ़
व्याख्यात्मक हल
चित्तौड़गढ़ को राजस्थान में सीमेंट उद्योग का हब माना जाता है और इसे ‘सीमेंट नगरी’ भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ कच्चे माल (चूना पत्थर) की प्रचुरता के कारण सर्वाधिक सीमेंट कारखाने स्थित हैं।
प्रश्न 5 राजस्थान की नवीनतम औद्योगिक नीति (New Industrial Policy) कब जारी की गई थी, जिसका उद्देश्य निवेश को बढ़ावा देना और रोजगार सृजित करना था?
(A) 2015
(B) 2019
(C) 2021
(D) 2023
सही उत्तर: (B) 2019
व्याख्यात्मक हल :
राजस्थान सरकार ने 19 दिसंबर 2019 को नवीनतम औद्योगिक विकास नीति जारी की थी। इस नीति का मुख्य जोर ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’, एमएसएमई को समर्थन, क्षेत्रीय संतुलन और निर्यात को बढ़ावा देने पर है।
प्रश्न 6 राजस्थान में विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) की स्थापना के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही नहीं है ?
(A) सीतापुरा (जयपुर) में रत्न और आभूषण से संबंधित SEZ है।
(B) महिंद्रा वर्ल्ड सिटी (जयपुर) एक एकीकृत मल्टी-प्रोडक्ट SEZ है।
(C) भिवाड़ी (अलवर) में ऑटोमोबाइल से संबंधित SEZ है।
(D) जेम्स एंड ज्वैलरी SEZ भारत का पहला सरकारी स्वामित्व वाला SEZ है।
राजस्थान में विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) की स्थापना के संबंध में कथन (D) सही नहीं है।
यहां प्रत्येक कथन का विश्लेषण दिया गया है:
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(A) सीतापुरा (जयपुर) में रत्न और आभूषण से संबंधित SEZ है। यह सही है। सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र, जयपुर में जेम्स एंड ज्वैलरी SEZ स्थित है।
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(B) महिंद्रा वर्ल्ड सिटी (जयपुर) एक एकीकृत मल्टी-प्रोडक्ट SEZ है। यह सही है। महिंद्रा वर्ल्ड सिटी जयपुर में एक मल्टी-प्रोडक्ट SEZ है जिसमें आईटी/आईटीईएस, हस्तशिल्प और परिधान/वस्त्र के लिए सेक्टर-विशिष्ट क्षेत्र भी शामिल हैं, जिससे यह एक एकीकृत मल्टी-प्रोडक्ट SEZ बन जाता है।
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(C) भिवाड़ी (अलवर) में ऑटोमोबाइल से संबंधित SEZ है। यह सही है। भिवाड़ी (अलवर) में एक SEZ है जो मुख्य रूप से ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स से संबंधित है।
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(D) जेम्स एंड ज्वैलरी SEZ भारत का पहला सरकारी स्वामित्व वाला SEZ है। यह सही नहीं है। सीतापुरा का जेम्स एंड ज्वैलरी SEZ (Gems & Jewellery SEZ) भारत का पहला निजी क्षेत्र का SEZ है, न कि पहला सरकारी स्वामित्व वाला।
SEZ (विशेष आर्थिक क्षेत्र)
SEZ (Special Economic Zone) एक ऐसा भौगोलिक क्षेत्र होता है जिसे व्यापार और वाणिज्य के लिए अलग आर्थिक नियमों से शासित किया जाता है, जो देश के बाकी हिस्सों से अलग होते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य निवेश को बढ़ावा देना, निर्यात बढ़ाना और रोजगार सृजित करना है। SEZ को करों और अन्य शुल्कों से छूट जैसे प्रोत्साहन दिए जाते हैं।
प्रश्न 7 राजस्थान के ‘सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) सुविधा अधिनियम, 2019’ का मुख्य उद्देश्य क्या है?
(A) MSME को 3 साल तक सभी प्रकार के सरकारी निरीक्षणों से मुक्त करना।
(B) MSME को केवल वित्तीय सब्सिडी प्रदान करना।
(C) MSME के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को सरल बनाना।
(D) MSME के उत्पादों के विपणन के लिए विशेष बाजार उपलब्ध कराना।
सही उत्तर है (A) MSME को 3 साल तक सभी प्रकार के सरकारी निरीक्षणों से मुक्त करना।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (A) MSME को 3 साल तक सभी प्रकार के सरकारी निरीक्षणों से मुक्त करना।
राजस्थान सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) सुविधा अधिनियम, 2019 का मुख्य उद्देश्य राज्य में ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ (Ease of Doing Business) को अत्यधिक सरल बनाना है।
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मूल प्रावधान: यह अधिनियम MSME इकाइयों को प्रारंभिक 3 साल की अवधि के लिए राज्य के अधिकांश श्रम, विद्युत, और अन्य नियामक कानूनों के तहत आवश्यक अनुमतियों (Approvals) और निरीक्षणों से छूट प्रदान करता है।
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क्रियान्वयन: उद्यमी को केवल ‘राज उद्योग मित्र पोर्टल’ पर “आशय की घोषणा” (Declaration of Intent) दाखिल करनी होती है, और वह तुरंत उत्पादन शुरू कर सकता है। सभी औपचारिक अनुमतियाँ 3 साल की अवधि पूरी होने के बाद ली जा सकती हैं।
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यह प्रावधान उद्यमियों को बिना किसी सरकारी बाधा के अपनी परियोजना शुरू करने की स्वतंत्रता देता है, जिससे निवेश और रोज़गार सृजन को बढ़ावा मिलता है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(B) MSME को केवल वित्तीय सब्सिडी प्रदान करना: वित्तीय सब्सिडी प्रदान करना राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना (RIPS) और मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना (MLUPS) का मुख्य उद्देश्य है, न कि MSME सुविधा अधिनियम का।
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(C) MSME के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को सरल बनाना: भूमि अधिग्रहण और आवंटन का कार्य मुख्य रूप से रीको (RIICO) द्वारा किया जाता है। अधिनियम का फोकस नियामक छूट (Regulatory Relief) पर है।
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(D) MSME के उत्पादों के विपणन के लिए विशेष बाजार उपलब्ध कराना: उत्पादों के विपणन का कार्य राजसिको (RAJSICO) और अन्य विपणन एजेंसियों द्वारा किया जाता है। अधिनियम का मुख्य उद्देश्य उद्योग स्थापना के शुरुआती चरण को सरल बनाना है।
प्रश्न 8 राजस्थान में ऊन विकास बोर्ड कहाँ स्थापित किया गया है?
(A) कोटा
(B) जयपुर
(C) बीकानेर
(D) जोधपुर
सही उत्तर है (D) जोधपुर।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (D) जोधपुर।
राजस्थान में ऊन विकास बोर्ड (Wool Development Board) की स्थापना जोधपुर में की गई है।
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मुख्य उद्देश्य: इस बोर्ड का मुख्य कार्य राज्य में ऊन उद्योग (भेड़ पालन से लेकर ऊनी उत्पादों के प्रसंस्करण और विपणन तक) को बढ़ावा देना और उससे जुड़े लोगों के हितों की रक्षा करना है। जोधपुर को पश्चिमी राजस्थान का केंद्र होने के कारण और राज्य के प्रमुख ऊन उत्पादक क्षेत्रों के निकट होने के कारण चुना गया।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) कोटा: कोटा मुख्य रूप से रासायनिक उद्योग और शिक्षा के लिए प्रसिद्ध है, ऊन विकास बोर्ड का मुख्यालय यहाँ नहीं है।
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(B) जयपुर: जयपुर राज्य की राजधानी है और यहाँ कई प्रशासनिक मुख्यालय स्थित हैं, लेकिन ऊन विकास बोर्ड का मुख्यालय जोधपुर में है।
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(C) बीकानेर: बीकानेर ऊनी कारखानों और केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान (CSWRI) के क्षेत्रीय केंद्र के लिए महत्वपूर्ण है, और यह ऊन उत्पादन का एक बड़ा केंद्र भी है, लेकिन राज्य ऊन विकास बोर्ड का मुख्य कार्यालय जोधपुर में स्थित है।
प्रश्न 9 राजस्थान में औद्योगिक विकास के लिए स्थापित ‘रीडकोर (RIDCOR)’ का क्या उद्देश्य है?
(A) ऊर्जा क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देना
(B) सड़क अवसंरचना के विकास के लिए वित्त जुटाना
(C) ग्रामीण उद्योगों को वित्तीय सहायता प्रदान करना
(D) हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करना
सही उत्तर है (B) सड़क अवसंरचना के विकास के लिए वित्त जुटाना।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) सड़क अवसंरचना के विकास के लिए वित्त जुटाना।
रीडकोर (RIDCOR) का पूरा नाम राजस्थान इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (Rajasthan Infrastructure Development Corporation) है, लेकिन यह एक विशिष्ट उद्देश्य के लिए स्थापित किया गया है: सड़क अवसंरचना (Road Infrastructure) के विकास के लिए वित्त जुटाना और परियोजनाएँ निष्पादित करना।
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स्थापना: रीडकोर को रीको (RIICO) और आईएल एण्ड एफएस (IL&FS) के संयुक्त उद्यम के रूप में स्थापित किया गया था।
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मुख्य कार्य: इसका प्राथमिक ध्यान राज्य की मेगा राजमार्ग परियोजनाओं (Mega Highway Projects) के वित्तपोषण और निर्माण पर है, खासकर औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कों पर, ताकि राज्य में परिवहन और लॉजिस्टिक्स को सुधारा जा सके।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) ऊर्जा क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देना: यह कार्य मुख्य रूप से आरआरईसीएल (RRECL) और ऊर्जा विभाग की नोडल एजेंसियों द्वारा किया जाता है।
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(C) ग्रामीण उद्योगों को वित्तीय सहायता प्रदान करना: यह कार्य विभिन्न सरकारी बैंकों, नाबार्ड (NABARD) और राज्य की वित्तीय निगमों द्वारा किया जाता है।
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(D) हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करना: यह कार्य राजसिको (RAJSICO) और खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड जैसी संस्थाओं द्वारा किया जाता है।
प्रश्न 10 निम्नलिखित में से कौन सा शहर चमड़े के हस्तशिल्प (लेदर क्राफ्ट) और विशेष रूप से मोजड़ियों (जूतियों) के लिए जाना जाता है?
(A) उदयपुर
(B) जयपुर
(C) कोटा
(D) जोधपुर
सही उत्तर है (D) जोधपुर।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (D) जोधपुर।
जोधपुर शहर अपने चमड़े के हस्तशिल्प, विशेष रूप से रंगीन और आकर्षक मोजड़ियों (जूतियों) के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। इन मोजड़ियों को अक्सर ‘जोधपुरी जूतियाँ’ या ‘नागरी जूतियाँ’ भी कहा जाता है। ये हाथ से बनाई जाती हैं और इन पर बारीक कढ़ाई, मोती तथा मनकों का काम किया जाता है, जो इन्हें एक विशेष पहचान दिलाता है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) उदयपुर: उदयपुर मुख्य रूप से अपनी झीलों, महलों, पिछोला झील के किनारे बने शिल्पग्राम और लघु चित्रों (Miniature Paintings) के लिए प्रसिद्ध है।
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(B) जयपुर: जयपुर अपनी रत्न और आभूषण कला, ब्लू पॉटरी (Blue Pottery), और बंधेज (Tie and Dye) के वस्त्रों के लिए जाना जाता है। मोजड़ियों के लिए जोधपुर की विशेष पहचान है।
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(C) कोटा: कोटा मुख्य रूप से अपनी कोटा डोरिया (Kota Doria) साड़ियों और शिक्षा क्षेत्र (कोचिंग हब) के लिए प्रसिद्ध है। यह चमड़े के हस्तशिल्प का प्रमुख केंद्र नहीं है।
प्रश्न 11 राजस्थान वित्त निगम (RFC) का मुख्य उद्देश्य क्या है?
(A) केवल वृहद उद्योगों को वित्तीय सहायता प्रदान करना।
(B) लघु और मध्यम उद्योगों को दीर्घकालिक वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना।
(C) कृषि और संबद्ध गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए ऋण प्रदान करना।
(D) राज्य के भीतर निर्यातकों को विदेशी मुद्रा ऋण प्रदान करना।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) लघु और मध्यम उद्योगों को दीर्घकालिक वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना।
राजस्थान वित्त निगम (Rajasthan Financial Corporation – RFC) की स्थापना राज्य वित्तीय निगम अधिनियम, 1951 के तहत 17 जनवरी 1955 को की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य राजस्थान राज्य में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (MSME) की स्थापना, विस्तार, आधुनिकीकरण और विविधीकरण (diversification) के लिए दीर्घकालिक और मध्यम-कालिक वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना है। RFC विशेष रूप से छोटे और मझोले उद्यमियों को उनके औद्योगिक सपने पूरे करने में मदद करता है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) केवल वृहद उद्योगों को वित्तीय सहायता प्रदान करना: RFC का मुख्य ध्यान लघु और मध्यम उद्योगों पर है। वृहद उद्योगों (Large Industries) को मुख्य रूप से राष्ट्रीय स्तर के वित्तीय संस्थान या वाणिज्यिक बैंक ऋण प्रदान करते हैं।
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(C) कृषि और संबद्ध गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए ऋण प्रदान करना: कृषि क्षेत्र और इससे जुड़ी गतिविधियों को ऋण प्रदान करने का मुख्य कार्य नाबार्ड (NABARD) और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (RRBs) जैसी संस्थाओं तथा वाणिज्यिक बैंकों का होता है। RFC औद्योगिक वित्तपोषण पर केंद्रित है।
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(D) राज्य के भीतर निर्यातकों को विदेशी मुद्रा ऋण प्रदान करना: निर्यातकों को विदेशी मुद्रा ऋण प्रदान करने का कार्य मुख्य रूप से एक्ज़िम बैंक (EXIM Bank) और वाणिज्यिक बैंक करते हैं। RFC का मुख्य कार्य MSME को रुपए (INR) में दीर्घकालिक ऋण देना है।
प्रश्न 12 राजस्थान में जापानी ज़ोन (Japanese Zone) या नीमराणा जापानी औद्योगिक क्षेत्र किस जिले में स्थित है, जो विदेशी निवेश (FDI) का एक प्रमुख केंद्र है?
(A) जयपुर
(B) अलवर
(C) जोधपुर
(D) भीलवाड़ा
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) अलवर।
नीमराणा जापानी औद्योगिक क्षेत्र (Neemrana Japanese Industrial Zone), जिसे आमतौर पर जापानी ज़ोन के नाम से जाना जाता है, राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है। यह क्षेत्र विशेष रूप से जापानी कंपनियों के लिए विकसित किया गया है और यह दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर (DMIC) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) का एक प्रमुख केंद्र बन गया है, जहाँ कई बड़ी जापानी कंपनियाँ, जैसे कि होंडा मोटरसाइकिल, निस्सान, और दाइकिन, अपनी विनिर्माण (manufacturing) इकाइयाँ स्थापित कर चुकी हैं।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) जयपुर: जयपुर राजस्थान की राजधानी और एक बड़ा औद्योगिक केंद्र है, लेकिन जापानी ज़ोन विशेष रूप से अलवर के नीमराणा में स्थित है। जयपुर में सीतापुरा या विश्वकर्मा जैसे अन्य औद्योगिक क्षेत्र हैं।
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(C) जोधपुर: जोधपुर पश्चिमी राजस्थान का एक महत्वपूर्ण केंद्र है और अपने हैंडीक्राफ्ट, विशेष रूप से मोजड़ी और मसाला उद्योग के लिए जाना जाता है, लेकिन यहाँ जापानी ज़ोन स्थित नहीं है।
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(D) भीलवाड़ा: भीलवाड़ा को ‘राजस्थान की वस्त्र नगरी’ (Textile City of Rajasthan) के रूप में जाना जाता है। यह सूती और सिंथेटिक कपड़े के उत्पादन का एक प्रमुख केंद्र है, लेकिन यहाँ जापानी ज़ोन स्थित नहीं है।
प्रश्न 13 राजस्थान में किस उद्योग को ‘आधुनिक विकास की धुरी’ या ‘मेघदूत’ कहा जाता है?
(A) वस्त्र उद्योग
(B) सीमेंट उद्योग
(C) इंजीनियरिंग उद्योग
(D) पर्यटन उद्योग
सही उत्तर है (B) सीमेंट उद्योग।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) सीमेंट उद्योग।
राजस्थान में सीमेंट उद्योग को ‘आधुनिक विकास की धुरी’ (Axis of Modern Development) या ‘मेघदूत’ कहा जाता है। इसका मुख्य कारण यह है कि सीमेंट किसी भी देश या राज्य के बुनियादी ढाँचे (Infrastructure) के विकास का आधार है। भवन निर्माण, सड़कें, पुल, बाँध और अन्य सभी बड़े निर्माण कार्यों के लिए सीमेंट अनिवार्य है। इस प्रकार, सीमेंट उद्योग की वृद्धि राज्य के समग्र आर्थिक और औद्योगिक विकास को गति प्रदान करती है, जिससे इसे विकास की धुरी माना जाता है। राजस्थान में सीमेंट के उत्पादन के लिए आवश्यक कच्चा माल (चूना पत्थर, जिप्सम) प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है, जिसके कारण यह उद्योग राज्य में काफी विकसित है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) वस्त्र उद्योग: वस्त्र उद्योग को ‘सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता’ उद्योग माना जाता है, लेकिन यह सीधे तौर पर बुनियादी ढाँचे के विकास का आधार नहीं है। भीलवाड़ा (टेक्सटाइल सिटी) इसका प्रमुख केंद्र है।
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(C) इंजीनियरिंग उद्योग: इंजीनियरिंग उद्योग राज्य के औद्योगिक विकास में सहायक है, लेकिन यह स्वयं आधारभूत संरचना (Basic Infrastructure) का निर्माण नहीं करता। सीमेंट उद्योग आधारभूत संरचना के लिए कच्चा माल प्रदान करता है।
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(D) पर्यटन उद्योग: पर्यटन उद्योग को ‘धुरी’ या ‘मेघदूत’ नहीं कहा जाता। इसे ‘उद्योगों का उद्योग’ या ‘सेवा क्षेत्र का आधार’ माना जाता है, जो राज्य की आय का एक प्रमुख स्रोत है, लेकिन इसका संबंध भौतिक बुनियादी ढाँचे से उतना सीधा नहीं है जितना सीमेंट उद्योग का है।
प्रश्न 14 राज्य में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में किस क्षेत्र का योगदान सर्वाधिक है?
(A) खनन
(B) विनिर्माण (Manufacturing)
(C) विद्युत (Electricity)
(D) गैस और जल आपूर्ति
सही उत्तर है (B) विनिर्माण (Manufacturing)।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) विनिर्माण (Manufacturing)।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (Index of Industrial Production – IIP) औद्योगिक क्षेत्र के उत्पादन में अल्पकालिक परिवर्तनों को मापने का एक समग्र संकेतक है। भारत और राजस्थान दोनों में, IIP में तीन प्रमुख क्षेत्र शामिल होते हैं: विनिर्माण (Manufacturing), खनन (Mining) और विद्युत (Electricity)।
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राजस्थान के IIP में, विनिर्माण क्षेत्र (Manufacturing Sector) का हिस्सा या भार (Weightage) अन्य सभी क्षेत्रों की तुलना में सर्वाधिक होता है (राष्ट्रीय स्तर पर भी यह लगभग 77% होता है)।
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यह क्षेत्र राज्य में कपड़ा (Textiles), सीमेंट (Cement), हस्तशिल्प (Handicrafts), ऑटो कंपोनेंट (Auto Components) और खाद्य प्रसंस्करण (Food Processing) जैसे विभिन्न उद्योगों के बड़े पैमाने पर उत्पादन का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए इसका योगदान सबसे अधिक होता है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) खनन (Mining): राजस्थान खनिजों का एक प्रमुख उत्पादक है, लेकिन IIP में इसका भार विनिर्माण क्षेत्र से बहुत कम होता है। इसका कारण यह है कि IIP में विनिर्माण क्षेत्र में वस्तुओं के मूल्य संवर्धन (Value Addition) का हिस्सा अधिक होता है।
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(C) विद्युत (Electricity): IIP में विद्युत क्षेत्र का भार, खनन और विनिर्माण की तुलना में न्यूनतम होता है। IIP में यह केवल एक मद (बिजली उत्पादन) के रूप में शामिल है।
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(D) गैस और जल आपूर्ति (Gas and Water Supply): राष्ट्रीय और राज्य, दोनों IIP की गणना में ‘गैस और जल आपूर्ति’ को शामिल नहीं किया जाता है। IIP का दायरा केवल खनन, विनिर्माण और विद्युत क्षेत्र तक ही सीमित है।
प्रश्न 15 राजस्थान में स्थापित प्रथम सीमेंट कारखाना (1915) किस स्थान पर स्थित था?
(A) लाखेरी (बूंदी)
(B) गोटन (नागौर)
(C) मोड़क (कोटा)
(D) पिंडवाड़ा (सिरोही)
सही उत्तर है (A) लाखेरी (बूंदी)।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (A) लाखेरी (बूंदी)।
राजस्थान में प्रथम सीमेंट कारखाना की स्थापना वर्ष 1915 में लाखेरी (Lakheri), जो बूंदी जिले में स्थित है, में हुई थी। यह कारखाना मूल रूप से क्लिक निक्सन कंपनी (Kilk Nixen Company) द्वारा स्थापित किया गया था, और बाद में यह एसोसिएटेड सीमेंट कंपनीज (ACC) के अधीन आ गया। यह संयंत्र न केवल राजस्थान, बल्कि एशिया के सबसे पुराने चल रहे सीमेंट संयंत्रों में से एक है। राजस्थान में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध चूना पत्थर (Limestone) ने इस उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(B) गोटन (नागौर): गोटन अपने सफेद सीमेंट कारखाने के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ राजस्थान का पहला सफेद सीमेंट कारखाना (जे.के. व्हाइट सीमेंट, 1984 में स्थापित) स्थित है, लेकिन यह राज्य का प्रथम सीमेंट कारखाना नहीं है।
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(C) मोड़क (कोटा): मोड़क, कोटा जिले में स्थित है और यहाँ भी एक सीमेंट कारखाना (जैसे मंगलम सीमेंट) है, लेकिन यह 1915 में स्थापित होने वाला पहला कारखाना नहीं है।
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(D) पिंडवाड़ा (सिरोही): पिंडवाड़ा, सिरोही जिले में स्थित है और यहाँ भी बड़े सीमेंट कारखाने हैं (जैसे अल्ट्राटेक सीमेंट), लेकिन यह कारखाना भी राज्य का प्रथम सीमेंट कारखाना नहीं है।
प्रश्न 16 राजस्थान में राष्ट्रीय केमिकल एण्ड फर्टिलाइजर्स का कारखाना कहाँ स्थित है, जो फास्फेटिक उर्वरकों के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है?
(A) कपासन (चित्तौड़गढ़)
(B) गढेपान (कोटा)
(C) चम्बल (कोटा)
(D) रामपुरा-आगुचा (भीलवाड़ा)
सही उत्तर है (A) कपासन (चित्तौड़गढ़)।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (A) कपासन (चित्तौड़गढ़)।
राष्ट्रीय केमिकल्स एण्ड फर्टिलाइजर्स (National Chemicals and Fertilizers – RCF) का कारखाना राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित कपासन (Kapasan) नामक स्थान पर है। यह कारखाना राज्य में फास्फेटिक उर्वरकों (Phosphatic Fertilizers) के उत्पादन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है, विशेषकर डीएपी (DAP – Di-ammonium Phosphate) जैसे उर्वरकों के लिए। यह इकाई राजस्थान के कृषि क्षेत्र में उर्वरकों की मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(B) गढेपान (कोटा): गढेपान में चम्बल फर्टिलाइजर्स एण्ड केमिकल्स लिमिटेड (Chambal Fertilizers and Chemicals Ltd. – CFCL) का कारखाना स्थित है, जो मुख्य रूप से यूरिया (Urea) उर्वरक के उत्पादन के लिए जाना जाता है।
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(C) चम्बल (कोटा): चम्बल, कोटा शहर में स्थित है और यहाँ भी कई औद्योगिक इकाइयाँ हैं, लेकिन गढेपान (कोटा के पास) में स्थित संयंत्र ही प्रमुख उर्वरक इकाई है और वह RCF का नहीं है।
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(D) रामपुरा-आगुचा (भीलवाड़ा): रामपुरा-आगुचा मुख्य रूप से सीसा और जस्ता (Lead and Zinc) के खनन (Mining) के लिए प्रसिद्ध है, और यहाँ हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (Hindustan Zinc Limited – HZL) की खदानें और प्रगालक (Smelters) स्थित हैं, न कि RCF का उर्वरक कारखाना।
प्रश्न 17 राजस्थान सरकार द्वारा ‘निवेश प्रोत्साहन योजना (Investment Promotion Scheme – RIPS)’ का उद्देश्य है:
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उत्पादन के लिए सब्सिडी प्रदान करना।
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रियायती दरों पर भूमि उपलब्ध कराना।
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राज्य जीएसटी (SGST) में छूट देना।
उपर्युक्त में से कौन से उद्देश्य शामिल हैं?
(A) केवल 1 और 2
(B) केवल 2 और 3
(C) केवल 1 और 3
(D) 1, 2 और 3
सही उत्तर है (D) 1, 2 और 3।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना (Rajasthan Investment Promotion Scheme – RIPS), जिसका नवीनतम संस्करण RIPS-2022 है, राज्य में निवेश को आकर्षित करने, नए रोजगार सृजित करने और संतुलित औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक योजना है। इसके उद्देश्यों में निम्नलिखित सभी प्रकार के प्रोत्साहन और लाभ शामिल हैं:
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उत्पादन के लिए सब्सिडी प्रदान करना (उत्पादन पर सब्सिडी): RIPS योजनाएँ योग्य उद्यमियों को उनके उत्पादन या बिक्री पर आधारित निवेश सब्सिडी (Investment Subsidy) प्रदान करती हैं। उदाहरण के लिए, RIPS-2022 में निवेश सब्सिडी को SGST और/या विद्युत शुल्क के प्रतिपूर्ति (Reimbursement) के रूप में प्रदान करने का प्रावधान है।
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रियायती दरों पर भूमि उपलब्ध कराना: यह योजना पात्र निवेशकों को रियायती दरों पर (यानी, कम दरों पर) भूखण्डों के आवंटन और भूमि रूपांतरण शुल्क (Land Conversion Charges) में छूट या सब्सिडी प्रदान करती है, जिससे औद्योगिक इकाइयों की स्थापना आसान हो जाती है।
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राज्य जीएसटी (SGST) में छूट देना: RIPS योजना का एक प्रमुख घटक SGST की प्रतिपूर्ति (Reimbursement) के रूप में वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करना है। यह प्रतिपूर्ति एक विशिष्ट सीमा तक, एक निश्चित अवधि के लिए, और निवेश सब्सिडी के हिस्से के रूप में दी जाती है।
अतः, तीनों ही विकल्प RIPS योजनाओं के तहत दिए जाने वाले प्रमुख प्रोत्साहनों और उद्देश्यों का हिस्सा हैं।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A), (B), और (C): ये विकल्प गलत हैं क्योंकि RIPS का उद्देश्य तीनों सूचीबद्ध घटकों (सब्सिडी/प्रतिपूर्ति, रियायती भूमि, और SGST में छूट/प्रतिपूर्ति) के माध्यम से निवेश को बढ़ावा देना है। किसी भी उद्देश्य को बाहर करना योजना के व्यापक लक्ष्य को नकारता है। RIPS एक ‘अम्ब्रेला’ योजना है जो कई वित्तीय और गैर-वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करती है।
प्रश्न 18 राजस्थान में ‘अकबर प्रिंट’ नामक पारंपरिक कपड़ा छपाई उद्योग का प्रमुख केंद्र कौन सा है?
(A) बाड़मेर
(B) सांगानेर
(C) बगरू
(D) अकोला (चित्तौड़गढ़)
सही उत्तर है (D) अकोला (चित्तौड़गढ़)।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (D) अकोला (चित्तौड़गढ़)।
‘अकबर प्रिंट’ नामक पारंपरिक कपड़ा छपाई (Textile Printing) की कला के लिए राजस्थान का अकोला (Akola) गाँव प्रमुख केंद्र है, जो चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित है।
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यह छपाई मुख्यतः दाबू (Dabu) तकनीक पर आधारित है, जिसमें कपड़ों पर मिट्टी या गोंद के मिश्रण का प्रतिरोधक (resist) लगाकर प्राकृतिक रंगों का उपयोग किया जाता है।
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माना जाता है कि यह प्रिंट मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल के दौरान लोकप्रिय हुआ था, जिसके कारण इसे ‘अकबर प्रिंट’ नाम मिला।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) बाड़मेर: बाड़मेर अपने विशिष्ट अजरख प्रिंट (Azarakh Print) के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें ज्यामितीय और पुष्प पैटर्न तथा गहरे नीले और लाल रंगों का प्रयोग होता है।
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(B) सांगानेर: सांगानेर (जयपुर) अपनी सांगानेरी प्रिंट के लिए जाना जाता है, जो बारीक रेखाओं, हल्के रंगों और छोटे-छोटे पुष्प पैटर्न (बूटी) के लिए प्रसिद्ध है।
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(C) बगरू: बगरू (जयपुर) अपनी बगरू प्रिंट के लिए प्रसिद्ध है, जो मुख्यतः प्राकृतिक रंगों का उपयोग करके श्याम और लाल रंग के गाढ़े और बोल्ड पैटर्नों के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 19 खनन उद्योग के संदर्भ में, राजस्थान में सीसा-जस्ता गलाने (Smelting) का प्रमुख केंद्र कौन सा है?
(A) जावर (उदयपुर)
(B) रामपुरा-आगुचा (भीलवाड़ा)
(C) देबारी (उदयपुर)
(D) राजपुरा-दरीबा (राजसमंद)
सही उत्तर है (C) देबारी (उदयपुर)।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (C) देबारी (उदयपुर)।
सीसा-जस्ता अयस्क को धातु में बदलने की प्रक्रिया को गलाने (Smelting) कहा जाता है। राजस्थान में सीसा-जस्ता गलाने का सबसे पुराना और प्रमुख केंद्र देबारी (Debari) में स्थित है, जो उदयपुर जिले में है। यह संयंत्र हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (Hindustan Zinc Limited – HZL) द्वारा संचालित है और इसका उपयोग मुख्य रूप से जावर और राजपुरा-दरीबा से निकाले गए जस्ते और सीसे के सांद्रण (Concentrate) को धातु में बदलने के लिए किया जाता है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) जावर (उदयपुर): जावर सीसा-जस्ता का खनन केंद्र (Mining Centre) है, जहाँ से कच्चा अयस्क निकाला जाता है। यह गलाने का केंद्र (Smelting Plant) नहीं है।
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(B) रामपुरा-आगुचा (भीलवाड़ा): रामपुरा-आगुचा भारत की सबसे बड़ी जस्ता खदानों में से एक है। यह भी खनन केंद्र है, जहाँ से उच्च गुणवत्ता का जस्ता अयस्क निकाला जाता है, लेकिन यहाँ गलाने का संयंत्र (Smelter) नहीं है।
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(D) राजपुरा-दरीबा (राजसमंद): राजपुरा-दरीबा भी सीसा-जस्ता खनन के लिए प्रसिद्ध है। यह खदान भी HZL द्वारा संचालित है और यहाँ भी केवल अयस्क निकाला जाता है, गलाने का कार्य नहीं होता है।
प्रश्न 20 राजस्थान में ‘रिको सिटी’ के नाम से प्रसिद्ध, उच्च तकनीकी और विशेष उत्पादों के लिए विकसित औद्योगिक क्षेत्र कौन सा है?
(A) भिवाड़ी (Bhiwadi)
(B) बोरानाडा (Boranaada)
(C) खुशखेड़ा (Khushkheda)
(D) गिलोट (Giloth)
सही उत्तर है (D) गिलोट (Giloth)।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (D) गिलोट (Giloth)।
गिलोट (Giloth) औद्योगिक क्षेत्र, जो राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है, को ‘रिको सिटी (RIICO City)’ के नाम से भी जाना जाता है।
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यह औद्योगिक क्षेत्र रीको (RIICO) द्वारा विशेष रूप से उच्च तकनीकी (Hi-Tech) उत्पादों और विशेष विनिर्माण (Specialized Manufacturing) इकाइयों को आकर्षित करने के लिए विकसित किया गया है।
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यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और राष्ट्रीय राजमार्ग के निकट स्थित होने के कारण लॉजिस्टिक्स के लिए उत्कृष्ट स्थान है।
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गिलोट को जापानी कंपनियों को आकर्षित करने के लिए जापानी ज़ोन-II के विस्तार के रूप में भी विकसित किया गया है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) भिवाड़ी (Bhiwadi): भिवाड़ी (अलवर) राजस्थान का सबसे बड़ा औद्योगिक केंद्र है और इसे ‘राजस्थान का स्कॉटलैंड’ या ‘नया मैनचेस्टर’ कहा जाता है, लेकिन ‘रिको सिटी’ के नाम से गिलोट प्रसिद्ध है।
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(B) बोरानाडा (Boranaada): बोरानाडा (जोधपुर) हैंडीक्राफ्ट, फूड पार्क और ‘मसाला पार्क’ के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इसे ‘रिको सिटी’ नहीं कहा जाता है।
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(C) खुशखेड़ा (Khushkheda): खुशखेड़ा (अलवर) में भी बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है और यह जापानी ज़ोन (Neemrana) के निकट है, लेकिन ‘रिको सिटी’ नाम विशिष्ट रूप से गिलोट से जुड़ा है।
प्रश्न 21 राजस्थान सरकार ने हस्तशिल्पियों को ऋण प्रदान करने के लिए कौन सी योजना शुरू की है?
(A) राज कौशल योजना
(B) मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना
(C) विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना
(D) राजीविका योजना
सही उत्तर है (C) विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (C) विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना।
राजस्थान सरकार ने राज्य के हस्तशिल्पियों (Artisans) और कारीगरों (Craftsmen) को अपने उपकरण खरीदने, कार्यशील पूंजी (working capital) की व्यवस्था करने और अपने उत्पादों के विपणन (marketing) में सहायता करने के लिए विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, कारीगरों को आर्थिक सहायता और ऋण उपलब्ध कराया जाता है, जिससे वे अपने पारंपरिक कौशल को बनाए रख सकें और अपना व्यवसाय बढ़ा सकें।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) राज कौशल योजना (Raj Kaushal Yojana): यह योजना मुख्य रूप से प्रवासी श्रमिकों और बेरोजगारों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए एक ऑनलाइन मंच (Portal) है, इसका सीधा संबंध हस्तशिल्पियों को ऋण देने से नहीं है।
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(B) मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना (Mukhya Mantri Laghu Udyog Protsahan Yojana – MLMUPY): यह योजना सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (MSMEs) को उनकी स्थापना और विस्तार के लिए ब्याज अनुदान (Interest Subsidy) पर ऋण प्रदान करती है। यह हस्तशिल्पियों के व्यक्तिगत कौशल उन्नयन या उपकरण खरीद के लिए लक्षित विशिष्ट योजना नहीं है।
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(D) राजीविका योजना (Rajeevika Yojana): यह ग्रामीण विकास, विशेषकर महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के माध्यम से आजीविका और सशक्तिकरण पर केंद्रित है। यह हस्तशिल्पियों के लिए विशिष्ट व्यक्तिगत ऋण योजना नहीं है।
प्रश्न 22 निम्नलिखित में से कौन सा औद्योगिक क्षेत्र खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा विकसित नहीं किया गया है?
(A) बगरू
(B) सांगानेर
(C) मोहनपुरा
(D) खादी
सही उत्तर है (D) खादी।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (D) खादी।
खादी कोई औद्योगिक क्षेत्र नहीं, बल्कि एक प्रकार का वस्त्र है (हाथ से काता और बुना हुआ कपड़ा) और एक विचार/दर्शन है, जो स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ा हुआ है। यह कपड़ा स्वयं किसी औद्योगिक बोर्ड या रिको (RIICO) द्वारा विकसित भौगोलिक औद्योगिक क्षेत्र (Industrial Area) का नाम नहीं है।
खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड (Khadi and Village Industries Board) का उद्देश्य खादी वस्त्र के उत्पादन और ग्रामोद्योगों को बढ़ावा देना है, न कि किसी क्षेत्र का नाम ‘खादी’ रखना।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) बगरू, (B) सांगानेर, और (C) मोहनपुरा:
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ये तीनों ही नाम राजस्थान में स्थित औद्योगिक क्षेत्रों या शिल्प संकुलों के नाम हैं, जिन्हें राज्य सरकार या उसके बोर्डों (जैसे राजस्थान खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड) द्वारा विकसित या सहायता प्राप्त किया गया है ताकि उन विशिष्ट स्थानों पर औद्योगिक और कारीगरी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा सके।
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उदाहरण के लिए, बगरू और सांगानेर छपाई के लिए प्रसिद्ध हैं, और इन स्थानों पर खादी और ग्रामोद्योग से जुड़ी गतिविधियाँ सक्रिय हैं। मोहनपुरा भी एक विकसित औद्योगिक क्षेत्र है।
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चूँकि ‘खादी’ एक उत्पाद है, न कि एक भौगोलिक औद्योगिक क्षेत्र, यह इन तीनों विकल्पों से भिन्न है।
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प्रश्न 23 ‘ग्रेनाइट कटिंग और पॉलिशिंग’ उद्योग के लिए राजस्थान का कौन सा स्थान प्रसिद्ध है?
(A) किशनगढ़
(B) मकराना
(C) जालौर
(D) राजसमंद
सही उत्तर है (C) जालौर।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (C) जालौर।
जालौर जिला राजस्थान में ग्रेनाइट कटिंग और पॉलिशिंग उद्योग के लिए सबसे प्रसिद्ध और प्रमुख केंद्र है। जालौर में न केवल ग्रेनाइट के विशाल भंडार हैं, बल्कि यहाँ बड़ी संख्या में ग्रेनाइट प्रसंस्करण (Processing) और पॉलिशिंग इकाइयाँ स्थापित हैं। इस कारण जालौर को ‘ग्रेनाइट सिटी’ के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ से पॉलिश किया हुआ ग्रेनाइट देश-विदेश में निर्यात किया जाता है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) किशनगढ़: किशनगढ़ (अजमेर) मुख्य रूप से संगमरमर (Marble) उद्योग और संगमरमर की मंडी के लिए प्रसिद्ध है, न कि ग्रेनाइट के लिए।
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(B) मकराना: मकराना (नागौर) अपने विश्व प्रसिद्ध सफेद संगमरमर के लिए जाना जाता है, जिसका उपयोग ताजमहल के निर्माण में किया गया था। यह ग्रेनाइट के लिए प्रसिद्ध नहीं है।
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(D) राजसमंद: राजसमंद भी संगमरमर उद्योग का एक महत्वपूर्ण केंद्र है, जहाँ कांकरोली में संगमरमर का उत्पादन और प्रसंस्करण होता है, लेकिन ग्रेनाइट कटिंग और पॉलिशिंग के लिए प्रमुख केंद्र जालौर है।
प्रश्न 24 राजस्थान में पहला निर्यात संवर्द्धन औद्योगिक पार्क (EPIP) कहाँ स्थापित किया गया था?
(A) जोधपुर (बोरानाडा)
(B) सीतापुरा (जयपुर)
(C) नीमराणा (अलवर)
(D) भिवाड़ी (अलवर)
सही उत्तर है (B) सीतापुरा (जयपुर)।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) सीतापुरा (जयपुर)।
पहला निर्यात संवर्द्धन औद्योगिक पार्क (Export Promotion Industrial Park – EPIP) राजस्थान में सीतापुरा, जयपुर में स्थापित किया गया था। इस पार्क का मुख्य उद्देश्य राज्य से निर्यात को बढ़ावा देना और निर्यात-उन्मुख इकाइयों (Export-Oriented Units – EOU) को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बुनियादी ढाँचा और सुविधाएँ प्रदान करना था।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) जोधपुर (बोरानाडा): बोरानाडा (जोधपुर) में एक मेगा फूड पार्क और हस्तशिल्प संकुल स्थित है, लेकिन यह राज्य का पहला EPIP नहीं है।
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(C) नीमराणा (अलवर): नीमराणा अपने जापानी औद्योगिक क्षेत्र (Japanese Zone) के लिए प्रसिद्ध है, जो विदेशी निवेश (FDI) और विनिर्माण इकाइयों को आकर्षित करने के लिए विकसित किया गया है।
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(D) भिवाड़ी (अलवर): भिवाड़ी राजस्थान का सबसे बड़ा औद्योगिक केंद्र है और इसे ‘नया मैनचेस्टर’ कहा जाता है, लेकिन पहला EPIP सीतापुरा, जयपुर में स्थापित किया गया था।
नोट: राजस्थान में कुल तीन EPIP स्थापित किए गए हैं:
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सीतापुरा (जयपुर)
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बोरानाडा (जोधपुर)
-
नीमराणा (अलवर)
लेकिन पहला EPIP सीतापुरा (जयपुर) है।
प्रश्न 25 राजस्थान में उद्योगों के स्थानीयकरण (Localization of Industries) को प्रभावित करने वाला सबसे महत्वपूर्ण कारक क्या है?
(A) सस्ता श्रम
(B) परिवहन लागत
(C) बाजार की निकटता
(D) कच्चे माल की उपलब्धता
सही उत्तर है (D) कच्चे माल की उपलब्धता।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (D) कच्चे माल की उपलब्धता।
राजस्थान में उद्योगों के स्थानीयकरण (अर्थात उद्योग कहाँ स्थापित होगा) को प्रभावित करने वाला सबसे महत्वपूर्ण कारक अक्सर कच्चे माल की उपलब्धता (Availability of Raw Material) होता है।
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राजस्थान एक खनिज-समृद्ध राज्य है और यह सीमेंट (चूना पत्थर, जिप्सम), संगमरमर (Marble), ग्रेनाइट, सीसा-जस्ता और वस्त्र (कपास, ऊन) जैसे भार ह्रास वाले (Weight-losing) कच्चे माल पर आधारित उद्योगों का प्रमुख केंद्र है।
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ऐसे उद्योगों में, कच्चे माल को तैयार उत्पाद तक ले जाने की लागत बहुत अधिक होती है, इसलिए कारखानों को कच्चे माल के स्रोत के निकट स्थापित करना आर्थिक रूप से सबसे अधिक फायदेमंद होता है।
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उदाहरण के लिए, सीमेंट कारखाने चूना पत्थर की खदानों के पास और खनन प्रगालक (Smelters) खदानों के पास स्थापित किए जाते हैं।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) सस्ता श्रम: राजस्थान में सस्ता श्रम उपलब्ध है, लेकिन यह कारक अक्सर उन उद्योगों के लिए अधिक महत्वपूर्ण होता है जो श्रम-प्रधान (Labour-intensive) होते हैं (जैसे आईटी सेवाएँ या असेंबली), न कि उन भारी उद्योगों के लिए जो राज्य की अर्थव्यवस्था पर हावी हैं (जैसे सीमेंट)।
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(B) परिवहन लागत: परिवहन लागत निश्चित रूप से महत्वपूर्ण है, लेकिन यह परिवहन कच्चे माल को ले जाने के लिए ही होता है। इसलिए, उद्योग को सीधे कच्चे माल के पास स्थापित करना ही परिवहन लागत को कम करने का सबसे प्रभावी तरीका है।
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(C) बाजार की निकटता: बाजार की निकटता उन उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण है जो उपभोक्ता-उन्मुख होते हैं या जिनका तैयार उत्पाद जल्दी खराब हो जाता है। राजस्थान के प्रमुख उद्योग (सीमेंट, खनिज) आमतौर पर थोक या औद्योगिक उत्पाद हैं, जहाँ कच्चे माल के निकटता को प्राथमिकता दी जाती है।
प्रश्न 26 राजस्थान में औद्योगिक निवेश संवर्द्धन ब्यूरो (Bureau of Investment Promotion – BIP) का कार्य क्या है?
(A) केवल लघु उद्योगों को वित्तीय सहायता देना।
(B) वृहद और मेगा निवेश प्रस्तावों के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस सुविधा प्रदान करना।
(C) औद्योगिक क्षेत्रों के लिए बुनियादी ढाँचा विकसित करना।
(D) हस्तशिल्पियों के उत्पादों का विपणन करना।
सही उत्तर है (B) वृहद और मेगा निवेश प्रस्तावों के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस सुविधा प्रदान करना।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) वृहद और मेगा निवेश प्रस्तावों के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस सुविधा प्रदान करना।
औद्योगिक निवेश संवर्द्धन ब्यूरो (Bureau of Investment Promotion – BIP) राजस्थान सरकार की एक प्रमुख नोडल एजेंसी है। इसका मुख्य कार्य राज्य में वृहद (Large) और मेगा (Mega) निवेश को आकर्षित करना और उन्हें निवेश की अनुमति तथा आवश्यक अनुमोदन (Approvals) दिलाने के लिए ‘सिंगल विंडो क्लीयरेंस (Single Window Clearance)’ सुविधा प्रदान करना है।
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यह $10 करोड़ या उससे अधिक के निवेश वाले बड़े प्रस्तावों की त्वरित और समयबद्ध मंज़ूरी सुनिश्चित करता है, जिससे निवेशक आसानी से और बिना किसी बाधा के अपनी परियोजनाएँ शुरू कर सकें।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) केवल लघु उद्योगों को वित्तीय सहायता देना: लघु उद्योगों को वित्तीय सहायता मुख्य रूप से राजस्थान वित्त निगम (RFC) और बैंकों द्वारा दी जाती है। BIP का ध्यान बड़े निवेशों पर होता है।
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(C) औद्योगिक क्षेत्रों के लिए बुनियादी ढाँचा विकसित करना: औद्योगिक क्षेत्रों का विकास और बुनियादी ढाँचा (Infrastructure) उपलब्ध कराने का कार्य राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम (RIICO) द्वारा किया जाता है।
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(D) हस्तशिल्पियों के उत्पादों का विपणन करना: हस्तशिल्पियों के उत्पादों का विपणन और उनके उत्थान का कार्य राजस्थली (Rajasthan Small Industries Corporation – RAJSICO) और खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड जैसी संस्थाओं द्वारा किया जाता है।
प्रश्न 27 राजस्थान के किस जिले में चमड़े पर आधारित ‘मोज़ड़ी’ उद्योग का विकास रीको (RIICO) द्वारा किया जा रहा है?
(A) उदयपुर
(B) बीकानेर
(C) जोधपुर
(D) जैसलमेर
सही उत्तर है (C) जोधपुर।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (C) जोधपुर।
जोधपुर चमड़े की मोजड़ियों (Jootis/Mojaris) के उत्पादन के लिए राजस्थान में सबसे प्रसिद्ध और पारंपरिक केंद्र है। इस पारंपरिक उद्योग को बढ़ावा देने के लिए, रीको (RIICO) द्वारा जोधपुर में मोजड़ी उद्योग को समर्पित एक विशेष क्षेत्र/पार्क विकसित किया गया है। मोजड़ी उद्योग जोधपुर के हस्तशिल्प क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए रीको सुविधाएँ प्रदान करता है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) उदयपुर: उदयपुर मुख्य रूप से लघु चित्रों (Miniature Paintings), शिल्पग्राम और पर्यटन के लिए जाना जाता है, न कि मोजड़ी उद्योग के लिए।
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(B) बीकानेर: बीकानेर चमड़े से बने ऊँट के कलात्मक चमड़े के उत्पादों (Camel Hide Craft), जिन्हें उस्ता कला भी कहा जाता है, के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन मोजड़ी उद्योग का प्रमुख रीको संवर्द्धित केंद्र जोधपुर है।
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(D) जैसलमेर: जैसलमेर पर्यटन और अपने पीले पत्थर (Yellow Stone) के लिए प्रसिद्ध है। हालाँकि यहाँ कुछ स्थानीय चमड़े का काम होता है, लेकिन मोजड़ी उद्योग का संगठित विकास केंद्र जोधपुर है।
प्रश्न 28 राजस्थान में चीनी उद्योग (Sugar Industry) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
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राज्य की पहली चीनी मिल भोपालसागर (चित्तौड़गढ़) में निजी क्षेत्र में स्थापित की गई थी।
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गंगानगर शुगर मिल्स (Ganganagar Sugar Mills) चुकंदर (Beet) से चीनी बनाने का कार्य करती है।
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केशोरायपाटन (Keshopatan) चीनी मिल वर्तमान में कार्यरत है।
उपर्युक्त में से कौन से कथन सत्य हैं?
(A) केवल 1 और 2
(B) केवल 2 और 3
(C) केवल 1 और 3
(D) 1, 2 और 3
सही उत्तर है (A) केवल 1 और 2।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (A) केवल 1 और 2।
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कथन 1: सत्य है।
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राजस्थान की पहली चीनी मिल ‘द मेवाड़ शुगर मिल्स लिमिटेड’ थी, जिसे 1932 में भोपालसागर (चित्तौड़गढ़) में निजी क्षेत्र में स्थापित किया गया था।
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कथन 2: सत्य है।
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गंगानगर शुगर मिल्स लिमिटेड (GSML) ने 1968 में गन्ने की कमी को दूर करने के लिए रूस के सहयोग से चुकंदर (Sugar Beet) से चीनी बनाने का कार्य शुरू किया था। हालाँकि अब यह कार्य व्यावहारिक रूप से बंद है, फिर भी यह कार्य करने वाली एकमात्र मिल रही है।
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कथन 3: असत्य है।
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केशोरायपाटन सहकारी चीनी मिल (Keshopatan Co-operative Sugar Mill) (बूंदी) की स्थापना 1965 में हुई थी। यह मिल वर्तमान में बंद (बंद पड़ी हुई) है। राजस्थान में कार्यरत एकमात्र सरकारी चीनी मिल गंगानगर शुगर मिल्स ही है।
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प्रश्न 29 राजस्थान में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए ‘राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR)’ के अंतर्गत शामिल किए गए जिले कौन से हैं?
(A) अलवर और जयपुर
(B) अलवर, भरतपुर और सीकर
(C) अलवर और भरतपुर
(D) अलवर, जयपुर, और झुंझुनू
सही उत्तर है (C) अलवर और भरतपुर।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (C) अलवर और भरतपुर।
राजस्थान के दो जिलों—अलवर (Alwar) और भरतपुर (Bharatpur)—को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (National Capital Region – NCR) में शामिल किया गया है।
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उद्देश्य: NCR में शामिल करने का मुख्य उद्देश्य दिल्ली-जयपुर औद्योगिक कॉरिडोर के साथ-साथ इन जिलों में औद्योगिक विकास, बुनियादी ढाँचे का विस्तार और निवेश को गति देना है, जिससे दिल्ली पर जनसंख्या और आर्थिक गतिविधियों का दबाव कम हो सके।
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औद्योगिक महत्व: अलवर जिला, विशेष रूप से इसके नीमराणा, भिवाड़ी और खुशखेड़ा जैसे औद्योगिक क्षेत्र, NCR का एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र बन गया है, जिसने जापानी और कोरियाई निवेश को आकर्षित किया है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) अलवर और जयपुर: जयपुर को NCR में शामिल नहीं किया गया है।
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(B) अलवर, भरतपुर और सीकर: सीकर को NCR में शामिल नहीं किया गया है।
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(D) अलवर, जयपुर, और झुंझुनू: जयपुर और झुंझुनू दोनों को NCR में शामिल नहीं किया गया है।
प्रश्न 30 जयपुर में रत्न एवं आभूषण (Gems and Jewellery) उद्योग के विकास में किस संस्था का महत्वपूर्ण योगदान है?
(A) रीको (RIICO)
(B) एपीडा (APEDA)
(C) जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC)
(D) राजसिको (RAJSICO)
सही उत्तर है (C) जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC)।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (C) जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC)।
जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC) भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय द्वारा स्थापित एक सर्वोच्च संस्था है। इसका जयपुर में रत्न एवं आभूषण उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण और सीधा योगदान है:
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निर्यात संवर्द्धन: GJEPC अंतर्राष्ट्रीय व्यापार शो (जैसे IGJS – International Gem & Jewellery Show) आयोजित करके और भारतीय उत्पादों को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करके जयपुर से रत्न और आभूषणों के निर्यात को बढ़ावा देने पर सीधे काम करता है।
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बुनियादी ढाँचा: GJEPC जयपुर जेम एंड ज्वेलरी बोर्स (Jaipur Gem & Jewellery Bourse) जैसी बड़ी परियोजनाओं के कार्यान्वयन में शामिल है, जो जयपुर को एक वैश्विक व्यापार केंद्र बनाने के लिए 1500 से अधिक इकाइयों के साथ एक अत्याधुनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा।
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प्रशिक्षण: यह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जेम्स एंड ज्वेलरी (IIGJ) की स्थापना में भी भागीदार है, जो कारीगरों और पेशेवरों को प्रशिक्षण प्रदान करता है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) रीको (RIICO): राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम (RIICO) औद्योगिक क्षेत्रों (जैसे सीतापुरा EPIP) में बुनियादी ढाँचा विकसित करने और भूमि आवंटित करने का कार्य करता है, जो उद्योग के लिए एक आवश्यक समर्थन है, लेकिन यह सीधे निर्यात या बाजार संवर्द्धन पर काम करने वाली शीर्ष निकाय नहीं है।
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(B) एपीडा (APEDA): कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) कृषि उत्पादों और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के निर्यात को बढ़ावा देता है, इसका रत्न एवं आभूषण उद्योग से कोई सीधा संबंध नहीं है।
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(D) राजसिको (RAJSICO): राजस्थान लघु उद्योग निगम लिमिटेड (RAJSICO) लघु उद्योगों और हस्तशिल्पियों के उत्पादों के विपणन (Marketing) और कच्चे माल की खरीद में सहायता करता है, लेकिन इसका फोकस छोटे और लघु उद्योगों पर है, जबकि GJEPC का फोकस वृहद निर्यात व्यापार पर है।
प्रश्न 31 निम्नलिखित में से कौन सा औद्योगिक केंद्र ‘खुशखेड़ा-भिवाड़ी-नीमराणा’ बेल्ट के बाहर स्थित है?
(A) बोरानाडा
(B) गिलोट
(C) टपूकड़ा
(D) कांकानी
सही उत्तर है (A) बोरानाडा।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (A) बोरानाडा।
‘खुशखेड़ा-भिवाड़ी-नीमराणा’ बेल्ट राजस्थान का एक प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र है जो अलवर जिले में, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) और दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर (DMIC) के निकट स्थित है।
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बोरानाडा (Boranaada) औद्योगिक क्षेत्र जोधपुर जिले में स्थित है, इसलिए यह ‘खुशखेड़ा-भिवाड़ी-नीमराणा’ बेल्ट के बाहर स्थित है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(B) गिलोट (Giloth): यह अलवर जिले में स्थित है और नीमराणा तथा भिवाड़ी के निकट होने के कारण इसी औद्योगिक बेल्ट का हिस्सा है (इसे रिको सिटी भी कहते हैं)।
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(C) टपूकड़ा (Tapukara): यह भी अलवर जिले में स्थित है और यह औद्योगिक क्षेत्र भिवाड़ी के निकट है। यह बेल्ट विशेष रूप से ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योगों के लिए जाना जाता है।
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(D) कांकानी (Kankani): यह औद्योगिक क्षेत्र भी अलवर जिले में स्थित है और इस प्रमुख औद्योगिक बेल्ट के निकट है।
प्रश्न 32 रीको (RIICO) द्वारा विकसित ‘होज़ियरी पार्क’ (Hosiery Park) कहाँ स्थित है?
(A) भीलवाड़ा
(B) जयपुर
(C) जोधपुर
(D) कोटा
सही उत्तर है (B) जयपुर।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) जयपुर।
रीको (राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम) द्वारा विकसित ‘होज़ियरी पार्क’ (Hosiery Park) राजस्थान के जयपुर जिले में स्थित है। इसका उद्देश्य बुनाई और कपड़ों से संबंधित उद्योगों, विशेष रूप से होज़ियरी उत्पादों (जैसे मोजे, टी-शर्ट, इनरवियर आदि) के उत्पादन को बढ़ावा देना है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) भीलवाड़ा: भीलवाड़ा को ‘राजस्थान का मैनचेस्टर’ या ‘टेक्सटाइल सिटी’ कहा जाता है, क्योंकि यह मुख्य रूप से वस्त्र (Textile) और पॉलिएस्टर कपड़े के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन होज़ियरी पार्क जयपुर में है।
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(C) जोधपुर: जोधपुर मुख्य रूप से हस्तशिल्प, मोजड़ी और मसाला पार्क के लिए जाना जाता है।
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(D) कोटा: कोटा मुख्य रूप से कोटा डोरिया साड़ी और रासायनिक उद्योगों (जैसे चंबल फर्टिलाइजर्स) के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 33 राजस्थान में सूती वस्त्र उद्योग की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता क्या है?
(A) यह केवल निजी क्षेत्र तक सीमित है।
(B) यह सर्वाधिक रोजगार देने वाला संगठित उद्योग है।
(C) इसका कच्चा माल (कपास) पूरी तरह से राज्य में ही उत्पादित होता है।
(D) यह पूरी तरह से सहकारी क्षेत्र द्वारा संचालित है।
सही उत्तर है (B) यह सर्वाधिक रोजगार देने वाला संगठित उद्योग है।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) यह सर्वाधिक रोजगार देने वाला संगठित उद्योग है।
सूती वस्त्र उद्योग (Cotton Textile Industry) राजस्थान का सबसे परंपरागत और विकेन्द्रीकृत उद्योग है। कृषि के बाद यह राज्य में सर्वाधिक संख्या में लोगों को रोजगार प्रदान करता है और एक संगठित उद्योग के रूप में राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है। भीलवाड़ा को ‘राजस्थान का मैनचेस्टर’ कहा जाता है, जो इस उद्योग के महत्व को दर्शाता है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) यह केवल निजी क्षेत्र तक सीमित है: यह असत्य है। राजस्थान में निजी, सहकारी (Co-operative), और सार्वजनिक (Public) तीनों क्षेत्रों में सूती वस्त्र मिलें हैं।
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(C) इसका कच्चा माल (कपास) पूरी तरह से राज्य में ही उत्पादित होता है: यह असत्य है। राजस्थान में कपास का उत्पादन होता है (जैसे श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ में), लेकिन यह राज्य की मिलों की पूरी मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। इसलिए, मिलें अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अन्य राज्यों (जैसे गुजरात, महाराष्ट्र) से भी कपास का आयात करती हैं।
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(D) यह पूरी तरह से सहकारी क्षेत्र द्वारा संचालित है: यह असत्य है। सहकारी क्षेत्र में कुछ मिलें हैं (जैसे गंगापुर, गुलाबपुरा, हनुमानगढ़), लेकिन अधिकांश मिलें निजी क्षेत्र में संचालित हैं।
प्रश्न 34 राज्य में राजस्थानी हथकरघा विकास निगम (Rajhathkargha Vikas Nigam) की स्थापना का मुख्य उद्देश्य क्या था?
(A) कपड़ा मिलों का आधुनिकीकरण करना।
(B) हथकरघा बुनकरों के उत्पादों का विपणन और वित्तपोषण करना।
(C) पावरलूम उद्योगों को सब्सिडी देना।
(D) ऊन उद्योग के लिए भेड़ प्रजनन केंद्र स्थापित करना।
सही उत्तर है (B) हथकरघा बुनकरों के उत्पादों का विपणन और वित्तपोषण करना।
✅ मुख्य उद्देश्य
राजस्थानी हथकरघा विकास निगम (Rajasthan Handloom Development Corporation – Rajhathkargha Vikas Nigam) की स्थापना का मुख्य उद्देश्य राज्य के हथकरघा बुनकरों (Handloom Weavers) को वित्तीय और विपणन संबंधी सहायता प्रदान करना है।
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विपणन (Marketing): निगम बुनकरों द्वारा निर्मित कपड़ों और हस्तशिल्प उत्पादों को बेचने के लिए एक संगठित मंच प्रदान करता है, जिससे उनकी पहुँच व्यापक बाज़ार तक हो सके।
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वित्तपोषण (Financing): यह बुनकरों को कच्चे माल की खरीद और कार्यशील पूंजी के लिए ऋण (Loan) और वित्तीय सहायता उपलब्ध कराता है।
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यह निगम कारीगरों के पारंपरिक कौशल को संरक्षित करने और उन्हें आजीविका प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
❌ अन्य विकल्पों का स्पष्टीकरण
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(A) कपड़ा मिलों का आधुनिकीकरण करना: यह कार्य निगम का नहीं है, बल्कि यह सूती वस्त्र उद्योग की बड़ी इकाइयों से संबंधित है।
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(C) पावरलूम उद्योगों को सब्सिडी देना: हथकरघा विकास निगम का ध्यान हथकरघा (Handloom) क्षेत्र पर है, न कि बिजली से चलने वाले पावरलूम (Powerloom) उद्योगों पर।
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(D) ऊन उद्योग के लिए भेड़ प्रजनन केंद्र स्थापित करना: यह कार्य पशुपालन विभाग या केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान (CSWRI), अविकानगर, से संबंधित है। निगम का सीधा संबंध इससे नहीं है।
प्रश्न 35 DMIC (दिल्ली-मुम्बई औद्योगिक कॉरिडोर) परियोजना में राजस्थान का कितना प्रतिशत हिस्सा शामिल है?
(A) लगभग 20%
(B) लगभग 30%
(C) लगभग 39%
(D) लगभग 48%
सही उत्तर है (C) लगभग 39%।
✅ स्पष्टीकरण
दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर (Delhi-Mumbai Industrial Corridor – DMIC) परियोजना में राजस्थान का लगभग 39% (38% से 40% के बीच) हिस्सा शामिल है।
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DMIC भारत की सबसे बड़ी बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं में से एक है, जो दिल्ली और मुंबई के बीच औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए विकसित की जा रही है।
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यह कॉरिडोर छह राज्यों—दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, और महाराष्ट्र से होकर गुजरता है।
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राजस्थान इस पूरे कॉरिडोर के मार्ग का सबसे बड़ा हिस्सा कवर करता है, जो राज्य के अलवर, जयपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा और झालावाड़ जिलों को प्रभावित करता है।
राजस्थान में DMIC के विकास के लिए खुशखेड़ा-भिवाड़ी-नीमराणा और जोधपुर-पाली-मारवाड़ जैसे एकीकृत औद्योगिक क्षेत्र (Integrated Industrial Areas) प्रमुख रूप से विकसित किए जा रहे हैं।
प्रश्न 36 राजस्थान में अक्षय ऊर्जा (Renewable Energy) को बढ़ावा देने के लिए स्थापित संस्था कौन सी है?
(A) आर.एस.एम.एम.एल. (RSMML)
(B) आर.आर.ई.सी.एल. (RRECL)
(C) रीको (RIICO)
(D) आर.एफ.सी. (RFC)
सही उत्तर है (B) आर.आर.ई.सी.एल. (RRECL)।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) आर.आर.ई.सी.एल. (RRECL)।
आर.आर.ई.सी.एल. (RRECL) का पूर्ण रूप है राजस्थान रिन्यूएबल एनर्जी कॉर्पोरेशन लिमिटेड (Rajasthan Renewable Energy Corporation Limited)।
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मुख्य उद्देश्य: RRECL राज्य में अक्षय ऊर्जा (Renewable Energy) जैसे सौर ऊर्जा (Solar Energy) और पवन ऊर्जा (Wind Energy) के उत्पादन और विकास को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान सरकार की नोडल एजेंसी है। यह संस्था अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए नीति निर्माण, कार्यान्वयन और समन्वय का कार्य करती है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
-
(A) आर.एस.एम.एम.एल. (RSMML): राजस्थान स्टेट माइन्स एंड मिनरल्स लिमिटेड (Rajasthan State Mines & Minerals Limited) राज्य में खनिज (Minerals) खनन और विपणन से संबंधित है।
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(C) रीको (RIICO): राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम (Rajasthan State Industrial Development and Investment Corporation) राज्य में औद्योगिक क्षेत्रों के विकास और निवेश को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार है।
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(D) आर.एफ.सी. (RFC): राजस्थान वित्त निगम (Rajasthan Financial Corporation) राज्य के लघु और मध्यम उद्योगों को वित्तीय सहायता (ऋण) प्रदान करता है।
प्रश्न 37 राजस्थान के पहले ‘मार्बल प्रोसेसिंग ज़ोन’ की स्थापना कहाँ की गई है, जो मार्बल उद्योग को बढ़ावा देता है?
(A) मकराना (नागौर)
(B) राजसमंद
(C) किशनगढ़ (अजमेर)
(D) उदयपुर
सही उत्तर है (C) किशनगढ़ (अजमेर)।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (C) किशनगढ़ (अजमेर)।
किशनगढ़ (Kishangarh), जो अजमेर जिले में स्थित है, को राजस्थान का ‘मार्बल सिटी’ कहा जाता है। यह स्थान मार्बल के प्रसंस्करण (Processing) और व्यापार के लिए एशिया के सबसे बड़े केंद्रों में से एक है।
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राजस्थान का पहला मार्बल प्रोसेसिंग ज़ोन यहाँ स्थापित किया गया है।
-
यहाँ न केवल मकराना (Makrana) से प्राप्त संगमरमर को संसाधित किया जाता है, बल्कि यह स्थान आयातित संगमरमर की कटिंग, पॉलिशिंग और विपणन के लिए भी एक प्रमुख केंद्र है।
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किशनगढ़ में ही अन्तर्राष्ट्रीय संगमरमर मंडी (International Marble Market) भी स्थित है, जो इस उद्योग को और बढ़ावा देती है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) मकराना (नागौर): मकराना अपने उच्च गुणवत्ता वाले सफेद संगमरमर के खनन (Mining) के लिए विश्व प्रसिद्ध है (जिसका उपयोग ताजमहल में हुआ है), लेकिन यह प्रसंस्करण ज़ोन का प्रमुख केंद्र नहीं है।
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(B) राजसमंद: राजसमंद भी मार्बल उत्पादन और प्रसंस्करण का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, लेकिन पहला और सबसे बड़ा प्रोसेसिंग ज़ोन किशनगढ़ में है।
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(D) उदयपुर: उदयपुर में भी मार्बल की कुछ प्रोसेसिंग इकाइयाँ हैं, लेकिन यह प्रथम और सबसे बड़ा प्रोसेसिंग ज़ोन नहीं है।
प्रश्न 38 निम्नलिखित में से कौन सा सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (PSU) राजस्थान में स्थित नहीं है?
(A) हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL)
(B) हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (HZL)
(C) राष्ट्रीय केमिकल एण्ड फर्टिलाइजर्स (RCF)
(D) भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL)
सही उत्तर है (D) भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL)।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (D) भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL)।
भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) एक भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (PSU) है जो इंजीनियरिंग और विनिर्माण उद्योग से संबंधित है। BHEL के मुख्य विनिर्माण संयंत्र हरिद्वार (उत्तराखंड), भोपाल (मध्य प्रदेश), त्रिची (तमिलनाडु), और हैदराबाद (तेलंगाना) में स्थित हैं। राजस्थान में इसका कोई प्रमुख विनिर्माण या औद्योगिक केंद्र स्थित नहीं है।
❌ राजस्थान में स्थित अन्य PSU
अन्य तीनों विकल्प राजस्थान में या तो मुख्यालय, प्रमुख खनन, या औद्योगिक संयंत्र रखते हैं:
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(A) हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL): इसका मुख्य खनन और प्रगालक (Smelter) परिसर राजस्थान के खेतड़ी (झुंझुनू) में स्थित है, जिसे खेतड़ी कॉपर कॉम्प्लेक्स (KCC) के नाम से जाना जाता है।
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(B) हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (HZL): यह सीसा और जस्ता के खनन और प्रगालन में कार्यरत है। इसकी खदानें जावर (उदयपुर), रामपुरा-आगुचा (भीलवाड़ा) में और प्रगालक देबारी (उदयपुर) और चंदेरिया (चित्तौड़गढ़) में स्थित हैं।
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(C) राष्ट्रीय केमिकल एण्ड फर्टिलाइजर्स (RCF): इसका एक प्रमुख फास्फेटिक उर्वरक (DAP) संयंत्र राजस्थान के कपासन (चित्तौड़गढ़) में स्थित है।
प्रश्न 39 राजस्थान में उद्योगों के लिए ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (Ease of Doing Business)’ को सुनिश्चित करने वाली प्रमुख योजना कौन सी है?
(A) RIPS-2019
(B) मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना (MLUPS)
(C) राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना (RIPS)
(D) सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) सुविधा अधिनियम, 2019
सही उत्तर है (D) सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) सुविधा अधिनियम, 2019।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (D) सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) सुविधा अधिनियम, 2019।
राजस्थान में उद्योगों, विशेषकर MSMEs के लिए ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ (Ease of Doing Business) को सुनिश्चित करने वाली सबसे महत्वपूर्ण योजना राजस्थान सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) सुविधा अधिनियम, 2019 है।
-
मुख्य प्रावधान: यह अधिनियम निवेशकों को शुरुआती तीन वर्षों (3 वर्ष) के लिए राज्य के अधिकांश कानूनों और अनुमतियों (Approvals) से छूट प्रदान करता है।
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उद्देश्य: इस “3 साल की छूट” की अवधि के दौरान, उद्यमियों को बिना किसी सरकारी हस्तक्षेप या अनुमति की चिंता के अपना व्यवसाय स्थापित करने और चलाने की अनुमति होती है। यह प्रावधान नए उद्योगों को स्थापित करने की प्रक्रिया को अत्यधिक सरल (Simplifies) बनाता है और निवेश के लिए अनुकूल माहौल तैयार करता है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) RIPS-2019 / (C) राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना (RIPS): RIPS योजनाएँ (जैसे RIPS-2019, RIPS-2022) मुख्य रूप से वित्तीय प्रोत्साहन (Financial Incentives) और सब्सिडी देने पर केंद्रित हैं, न कि सीधे नियामक सरलीकरण (Regulatory Simplification) पर, जो कि ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ का मुख्य पहलू है।
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(B) मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना (MLUPS): यह योजना सूक्ष्म और लघु उद्योगों को सस्ती दरों पर ऋण (Loan) प्रदान करने पर केंद्रित है, यह नियामक बोझ को कम करने का कार्य नहीं करती है।
प्रश्न 40 राजस्थान की नई पर्यटन नीति (2020) के अंतर्गत, पर्यटन को किस क्षेत्र का दर्जा दिया गया है?
(A) केवल सेवा क्षेत्र
(B) उद्योग क्षेत्र
(C) कोर अवसंरचना क्षेत्र
(D) विशेष आर्थिक क्षेत्र
सही उत्तर है (B) उद्योग क्षेत्र।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
राजस्थान की नई पर्यटन नीति (New Tourism Policy), 2020 के अंतर्गत, राज्य सरकार ने पर्यटन को ‘उद्योग क्षेत्र’ (Industry Sector) का दर्जा दिया है।
-
यह निर्णय पर्यटन इकाइयों को उद्योग की दर पर भूमि, बिजली और पानी जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिए लिया गया है।
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उद्देश्य: पर्यटन क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करना, इसे अधिक प्रतिस्पर्धी बनाना और राजस्थान की अर्थव्यवस्था में इसके योगदान को बढ़ाना।
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यह दर्जा मूल रूप से 1989 में मोहम्मद यूनुस समिति की सिफारिशों पर दिया गया था, जिसे नई नीतियों में मजबूती के साथ बहाल और विस्तारित किया गया है।
प्रश्न 41 चंबल फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड द्वारा यूरिया का उत्पादन कहाँ किया जाता है?
(A) रावतभाटा (कोटा)
(B) गढेपान (कोटा)
(C) कोटा शहर
(D) कपासन (चित्तौड़गढ़)
सही उत्तर है (B) गढेपान (कोटा)।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) गढेपान (Gadepan), जो कोटा जिले में स्थित है।
चम्बल फर्टिलाइजर्स एण्ड केमिकल्स लिमिटेड (Chambal Fertilisers and Chemicals Ltd. – CFCL) का प्रमुख और विशाल यूरिया उत्पादन संयंत्र गढेपान में स्थित है। यह संयंत्र राजस्थान और उत्तरी भारत में यूरिया की आपूर्ति के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) रावतभाटा (कोटा): रावतभाटा परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Nuclear Power Plant) के लिए प्रसिद्ध है।
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(C) कोटा शहर: कोटा शहर में कई उद्योग हैं, लेकिन यूरिया का विशाल कारखाना शहर से बाहर गढेपान में है।
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(D) कपासन (चित्तौड़गढ़): कपासन में राष्ट्रीय केमिकल्स एण्ड फर्टिलाइजर्स (RCF) का फास्फेटिक उर्वरक (DAP) कारखाना स्थित है, न कि चम्बल फर्टिलाइजर्स का यूरिया कारखाना।
प्रश्न 42 राजस्थान में ‘राज्यों को निर्यात तैयारी सूचकांक (Export Preparedness Index – EPI)’ 2023 में किस श्रेणी में रखा गया है?
(A) तटीय राज्य
(B) भू-आबद्ध राज्य (Landlocked States)
(C) हिमालयी राज्य
(D) केंद्र शासित प्रदेश
सही उत्तर है (B) भू-आबद्ध राज्य (Landlocked States)।
✅ स्पष्टीकरण
नीति आयोग (NITI Aayog) द्वारा जारी ‘निर्यात तैयारी सूचकांक (Export Preparedness Index – EPI)’ राज्यों को भौगोलिक स्थिति के आधार पर चार मुख्य श्रेणियों में विभाजित करता है: तटीय, भू-आबद्ध, हिमालयी, और केंद्र शासित प्रदेश।
राजस्थान को उसकी भौगोलिक स्थिति के कारण ‘भू-आबद्ध राज्य (Landlocked States)’ की श्रेणी में रखा गया है, क्योंकि इसकी कोई समुद्री सीमा (Coastal Boundary) नहीं है।
-
EPI 2023 में राजस्थान की स्थिति: भू-आबद्ध राज्यों की श्रेणी में, राजस्थान का प्रदर्शन आम तौर पर मजबूत रहा है। इस श्रेणी में, यह अक्सर शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्यों में से एक रहा है, जो इसकी औद्योगिक शक्ति और निर्यात को बढ़ावा देने के प्रयासों को दर्शाता है।
प्रश्न 43 रीको (RIICO) द्वारा स्थापित पहला ‘एग्रो फूड पार्क’ किस जिले में स्थित है?
(A) कोटा
(B) अलवर
(C) जोधपुर
(D) श्रीगंगानगर
सही उत्तर है (C) जोधपुर।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (C) जोधपुर।
रीको (राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम) द्वारा स्थापित राजस्थान का पहला ‘एग्रो फूड पार्क’ जोधपुर जिले के बोरानाडा (Boranaada) औद्योगिक क्षेत्र में स्थित है।
एग्रो फूड पार्क की स्थापना का मुख्य उद्देश्य कृषि और खाद्य प्रसंस्करण (Agri and Food Processing) उद्योगों को बढ़ावा देना है, जिसमें कृषि उपज की कटाई के बाद के नुकसान को कम करने, मूल्यवर्धन (Value Addition) करने और निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचा और सुविधाएँ प्रदान करना शामिल है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
अन्य विकल्प गलत हैं क्योंकि वे राजस्थान के अन्य एग्रो फूड पार्क की स्थापना के स्थान हैं, लेकिन वे पहले स्थापित पार्क नहीं हैं:
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(A) कोटा: कोटा में भी रीको द्वारा एक एग्रो फूड पार्क स्थापित किया गया है, लेकिन यह पहला नहीं था।
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(B) अलवर: अलवर में भी एक एग्रो फूड पार्क स्थापित किया गया है, लेकिन यह पहला नहीं था।
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(D) श्रीगंगानगर: श्रीगंगानगर में भी एक एग्रो फूड पार्क स्थापित किया गया है, जो कृषि आधारित उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन यह पहला नहीं था।
💡 संक्षेप में: रीको द्वारा कुल चार एग्रो फूड पार्क स्थापित किए गए हैं: जोधपुर (पहला), कोटा, अलवर, और श्रीगंगानगर।
प्रश्न 44 राजस्थान में उद्योगों के लिए ‘लघु उद्योग’ (Small Scale Industry – SSI) की परिभाषा किस आधार पर तय की जाती है?
(A) कार्यरत श्रमिकों की संख्या के आधार पर।
(B) संयंत्र और मशीनरी में निवेश के आधार पर।
(C) वार्षिक टर्नओवर के आधार पर।
(D) उत्पादित माल की मात्रा के आधार पर।
सही उत्तर है (B) संयंत्र और मशीनरी में निवेश के आधार पर।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) संयंत्र और मशीनरी में निवेश के आधार पर।
भारत सरकार और राज्य सरकारों द्वारा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) की परिभाषा मुख्य रूप से संयंत्र और मशीनरी या उपकरण में किए गए निवेश (Investment in Plant and Machinery or Equipment) और वार्षिक टर्नओवर के आधार पर तय की जाती है।
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MSME विकास अधिनियम, 2006 के तहत और उसके बाद आत्मनिर्भर भारत अभियान (2020) में की गई नई परिभाषाओं के अनुसार:
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किसी भी उद्योग को ‘लघु उद्योग’ (Small Enterprise) तब माना जाता है जब संयंत्र और मशीनरी में उसका निवेश Rs. 1 करोड़ से अधिक लेकिन Rs. 10 करोड़ से कम हो, और उसका वार्षिक टर्नओवर Rs. 5 करोड़ से अधिक लेकिन Rs. 50 करोड़ से कम हो।
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राजस्थान में उद्योगों के लिए योजनाओं का लाभ देने के लिए इसी केंद्रीय परिभाषा का पालन किया जाता है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) कार्यरत श्रमिकों की संख्या के आधार पर: यह परंपरागत रूप से (पुरानी परिभाषाओं में) लघु उद्योगों को मापने का एक कारक था, लेकिन वर्तमान में यह मुख्य मापदंड नहीं है। अब मुख्य रूप से निवेश और टर्नओवर पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
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(C) वार्षिक टर्नओवर के आधार पर: टर्नओवर निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण मापदंड है, लेकिन ‘लघु उद्योग’ की पहचान केवल टर्नओवर से नहीं होती; यह निवेश और टर्नओवर दोनों के संयोजन पर आधारित होती है।
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(D) उत्पादित माल की मात्रा के आधार पर: उत्पादित माल की मात्रा एक अपरिभाषित और अस्थिर मापदंड है, जिसका उपयोग आधिकारिक तौर पर उद्योगों को वर्गीकृत करने के लिए नहीं किया जाता है। यह उत्पादन क्षमता को दर्शाता है, न कि उद्यम के आकार को।
प्रश्न 45 राजस्थान में वस्त्रों पर छपाई की ‘बगरू प्रिंट’ किस विशेषता के लिए जानी जाती है?
(A) चमकीले रासायनिक रंगों का उपयोग।
(B) प्राकृतिक (Natural/Vegetable) रंगों का उपयोग।
(C) केवल सोने-चांदी की छपाई।
(D) मुद्रण के लिए ब्लॉक की बजाय स्क्रीन का उपयोग।
सही उत्तर है (B) प्राकृतिक (Natural/Vegetable) रंगों का उपयोग।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) प्राकृतिक (Natural/Vegetable) रंगों का उपयोग।
बगरू प्रिंट (Bagru Print), जो जयपुर के पास बगरू कस्बे की एक पारंपरिक कपड़ा छपाई शैली है, अपनी निम्नलिखित विशेषताओं के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है:
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प्राकृतिक रंग: इसमें पूरी तरह से वनस्पति (Vegetable) और खनिज आधारित प्राकृतिक रंगों का उपयोग किया जाता है। मुख्य रंग श्याम (काला) और लाल होते हैं, जो क्रमशः लौह कीचड़ (Iron sludge) और फिटकरी (Alum) जैसे प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त होते हैं।
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दाबू (Dabu) तकनीक: यह प्रिंटिंग अक्सर दाबू (मिट्टी के प्रतिरोधक) तकनीक का उपयोग करके की जाती है, जिससे कपड़े के कुछ हिस्सों को रंग से बचाया जाता है और पैटर्न की अनूठी गहराई और बनावट बनती है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) चमकीले रासायनिक रंगों का उपयोग: यह गलत है। बगरू प्रिंट की पहचान ही प्राकृतिक और मिट्टी के रंगों की कोमलता है। चमकीले रासायनिक रंगों का उपयोग आमतौर पर आधुनिक या मशीन प्रिंटिंग में होता है।
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(C) केवल सोने-चांदी की छपाई: यह गलत है। सोने-चांदी की छपाई का उपयोग कभी-कभी डिज़ाइन में किया जाता है, लेकिन यह बगरू प्रिंट की मुख्य या अकेली विशेषता नहीं है। इसका मुख्य भाग प्राकृतिक रंग और दाबू ब्लॉक प्रिंटिंग है।
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(D) मुद्रण के लिए ब्लॉक की बजाय स्क्रीन का उपयोग: यह गलत है। बगरू प्रिंट एक ब्लॉक प्रिंटिंग (Block Printing) तकनीक है, जहाँ हाथ से लकड़ी के ब्लॉकों का उपयोग करके कपड़े पर पैटर्न छापे जाते हैं। स्क्रीन प्रिंटिंग एक आधुनिक, मशीनीकृत या अर्ध-मशीनीकृत तकनीक है।
प्रश्न 46 राजस्थान की ‘मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना (MLUPS)’ का मुख्य लाभ क्या है?
(A) 5 वर्ष तक MSME को निरीक्षण से छूट देना।
(B) नए और मौजूदा उद्योगों को ब्याज सब्सिडी के साथ ऋण उपलब्ध कराना।
(C) औद्योगिक क्षेत्रों के लिए भूमि अधिग्रहण करना।
(D) श्रमिकों को कौशल विकास प्रशिक्षण देना।
सही उत्तर है (B) नए और मौजूदा उद्योगों को ब्याज सब्सिडी के साथ ऋण उपलब्ध कराना।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) नए और मौजूदा उद्योगों को ब्याज सब्सिडी के साथ ऋण उपलब्ध कराना।
मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना (Mukhya Mantri Laghu Udyog Protsahan Yojana – MLUPS) का मुख्य उद्देश्य राज्य में विनिर्माण (Manufacturing), सेवा और व्यापार क्षेत्र के उद्यमों की स्थापना या विस्तार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
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यह योजना बैंकों/वित्तीय संस्थाओं के माध्यम से उद्यमियों को दिए गए ऋण पर राज्य सरकार द्वारा ब्याज सब्सिडी (Interest Subsidy) प्रदान करती है।
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सब्सिडी की दर और अधिकतम सीमा ऋण की राशि पर निर्भर करती है, जिससे छोटे उद्यमियों के लिए पूँजी (Capital) की लागत कम हो जाती है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) 5 वर्ष तक MSME को निरीक्षण से छूट देना: यह प्रावधान सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) सुविधा अधिनियम, 2019 का हिस्सा है, न कि MLUPS का। यह अधिनियम ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के लिए नियामक छूट देता है।
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(C) औद्योगिक क्षेत्रों के लिए भूमि अधिग्रहण करना: यह कार्य मुख्य रूप से रीको (RIICO) का है, जो राज्य में औद्योगिक बुनियादी ढाँचे के विकास और भूमि आवंटन के लिए जिम्मेदार है।
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(D) श्रमिकों को कौशल विकास प्रशिक्षण देना: यह कार्य कौशल विकास मिशन (Skill Development Mission) और विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा किया जाता है। MLUPS एक वित्तीय प्रोत्साहन योजना है, न कि कौशल प्रशिक्षण योजना।
प्रश्न 47 ‘राजस्थान की औद्योगिक राजधानी’ के रूप में किस शहर को जाना जाता है?
(A) जयपुर
(B) जोधपुर
(C) कोटा
(D) भीलवाड़ा
सही उत्तर है (C) कोटा।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (C) कोटा।
कोटा (Kota) को उसके तीव्र और विविध औद्योगिक विकास के कारण पारंपरिक रूप से ‘राजस्थान की औद्योगिक राजधानी’ (Industrial Capital of Rajasthan) के रूप में जाना जाता है।
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प्रमुख कारण:
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चंबल नदी पर बाँधों (Chambal Valley Project) के कारण पानी और बिजली की आसान उपलब्धता।
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यहां चंबल फर्टिलाइजर्स (यूरिया), कोटा थर्मल पावर स्टेशन (KTPS), और रासायनिक उद्योगों का संकेंद्रण (Concentration) है।
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इसके अलावा, कोटा अपने शैक्षणिक संस्थानों के कारण ‘शिक्षा नगरी’ के रूप में भी प्रसिद्ध है, जो औद्योगिक आवश्यकताओं के लिए कुशल श्रमशक्ति प्रदान करता है।
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❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) जयपुर (Jaipur): जयपुर राज्य की राजधानी और प्रशासनिक व पर्यटन केंद्र है। यह रत्न एवं आभूषण, हैंडीक्राफ्ट और आईटी/सेवा क्षेत्र के लिए प्रमुख है, लेकिन ‘औद्योगिक राजधानी’ का दर्जा कोटा को दिया जाता है।
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(B) जोधपुर (Jodhpur): जोधपुर हस्तशिल्प, मोजड़ी और मसाला पार्क के लिए प्रसिद्ध है। यह पश्चिमी राजस्थान का प्रमुख औद्योगिक केंद्र है, लेकिन कोटा जितना औद्योगिक विविधीकरण (Diversification) या पैमाना नहीं रखता।
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(D) भीलवाड़ा (Bhilwara): भीलवाड़ा को ‘राजस्थान का मैनचेस्टर’ या ‘टेक्सटाइल सिटी’ कहा जाता है, क्योंकि यह मुख्य रूप से वस्त्र (कपड़ा) उद्योग (विशेष रूप से पॉलिएस्टर और सूती कपड़ा) के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इसका औद्योगिक फोकस एक ही उद्योग तक अधिक सीमित है, जबकि कोटा में विविधीकरण अधिक है।
प्रश्न 48 राजस्थान में अकेला ‘पोटाश’ खनिज का एकमात्र बड़ा भंडार किस बेसिन में पाया गया है?
(A) बाड़मेर-सांचौर बेसिन
(B) नागौर-गंगानगर बेसिन
(C) जैसलमेर बेसिन
(D) विंध्यन बेसिन
सही उत्तर है (B) नागौर-गंगानगर बेसिन।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) नागौर-गंगानगर बेसिन।
राजस्थान में पोटाश (Potash) खनिज (मुख्यतः उर्वरक उद्योग में प्रयुक्त) का सबसे बड़ा और लगभग एकमात्र ज्ञात बड़ा भंडार नागौर-गंगानगर बेसिन में पाया गया है।
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यह भंडार राजस्थान के हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चूरू और बीकानेर जिलों के कुछ हिस्सों में विस्तृत है।
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भारत अपनी पोटाश की आवश्यकता के लिए पूरी तरह से आयात पर निर्भर करता है। इस बेसिन में पोटाश की खोज भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है। यहाँ पोटाश मुख्य रूप से सतह से काफी गहराई पर मिलता है, जिससे इसके खनन के लिए विशेष तकनीकों (जैसे सॉल्यूशन माइनिंग) की आवश्यकता होगी।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) बाड़मेर-सांचौर बेसिन: यह बेसिन मुख्य रूप से पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस (Crude Oil and Natural Gas) के भंडार के लिए प्रसिद्ध है, न कि पोटाश के लिए।
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(C) जैसलमेर बेसिन: यह बेसिन मुख्य रूप से प्राकृतिक गैस (Natural Gas) और चूना पत्थर (Limestone) के भंडार के लिए प्रसिद्ध है।
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(D) विंध्यन बेसिन (Vindhyan Basin): यह बेसिन मुख्य रूप से सीमेंट ग्रेड चूना पत्थर और बलुआ पत्थर (Sandstone) जैसे निर्माण पत्थरों के लिए जाना जाता है, विशेष रूप से पूर्वी राजस्थान (कोटा, सवाई माधोपुर) में, इसका संबंध पोटाश से नहीं है।
प्रश्न 49 राजस्थान में ‘ई-गवर्नेंस’ को बढ़ावा देने के लिए, औद्योगिक इकाइयों को एकल मंच पर लाने वाली पहल कौन सी है?
(A) राजकौशल पोर्टल
(B) राज उद्योग मित्र पोर्टल
(C) राजनिवेश पोर्टल
(D) राज किसान साथी पोर्टल
सही उत्तर है (B) राज उद्योग मित्र पोर्टल।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) राज उद्योग मित्र पोर्टल (Raj Udyog Mitra Portal)।
राज उद्योग मित्र पोर्टल को राजस्थान सरकार द्वारा ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ (Ease of Doing Business) को बढ़ावा देने और MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए एक एकल मंच (Single Platform) के रूप में शुरू किया गया था।
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मुख्य कार्य: यह पोर्टल MSME सुविधा अधिनियम, 2019 के तहत निवेशकों को “आशय की घोषणा” (Declaration of Intent) दाखिल करने और शुरुआती तीन वर्षों के लिए विभिन्न सरकारी अनुमतियों और निरीक्षणों से छूट प्राप्त करने में मदद करता है। यह एक पूरी तरह से ऑनलाइन और पेपरलेस प्रणाली है जो औद्योगिक इकाइयों को त्वरित रूप से स्थापित करने में सहायता करती है।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) राजकौशल पोर्टल (Raj Kaushal Portal): यह पोर्टल मुख्य रूप से रोजगार के अवसर प्रदान करने और श्रमिकों (विशेष रूप से प्रवासी श्रमिकों) को उनके कौशल के आधार पर उद्योगों से जोड़ने के लिए बनाया गया है। इसका उद्देश्य एकल मंच पर औद्योगिक इकाइयों को लाना नहीं है।
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(C) राजनिवेश पोर्टल (Raj Nivesh Portal): यह पोर्टल बड़े निवेश (Large and Mega Investments) के प्रस्तावों को एकल खिड़की (Single Window) पर लाने के लिए है, जिसे औद्योगिक निवेश संवर्द्धन ब्यूरो (BIP) द्वारा संचालित किया जाता है। हालाँकि यह भी ई-गवर्नेंस की पहल है, लेकिन MSME सहित औद्योगिक इकाइयों को एकल मंच पर लाने वाली सबसे महत्वपूर्ण पहल ‘राज उद्योग मित्र’ है।
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(D) राज किसान साथी पोर्टल (Raj Kisan Sathi Portal): यह पोर्टल कृषि और किसान कल्याण से संबंधित है। यह किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं, कृषि उपकरण सब्सिडी और कृषि विपणन की जानकारी प्रदान करता है। इसका उद्योगों से सीधा संबंध नहीं है।
प्रश्न 50 ‘खुशखेड़ा’ औद्योगिक क्षेत्र किस उद्योग के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है?
(A) सॉफ्टवेयर और आईटी
(B) सिरेमिक और ग्लास
(C) सीमेंट और रसायन
(D) चमड़ा और ऊन
सही उत्तर है (B) सिरेमिक और ग्लास।
✅ सही उत्तर का स्पष्टीकरण
सही उत्तर है (B) सिरेमिक और ग्लास।
खुशखेड़ा (Khushkhera) औद्योगिक क्षेत्र, जो राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है, मुख्य रूप से सिरेमिक (Ceramics) और ग्लास (Glass) उद्योगों के लिए प्रसिद्ध है।
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यह क्षेत्र नीमराणा औद्योगिक क्षेत्र के निकट स्थित है और जापानी निवेश को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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यहाँ स्थापित इकाइयाँ टाइल्स, सैनिटरी वेयर (Ceramics) और विभिन्न प्रकार के ग्लास उत्पाद (जैसे फ्लोट ग्लास, ऑटोमोबाइल ग्लास) का निर्माण करती हैं।
❌ अन्य विकल्प क्यों गलत हैं
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(A) सॉफ्टवेयर और आईटी: आईटी उद्योग का मुख्य केंद्र जयपुर (सीतापुरा SEZ) और जोधपुर है।
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(C) सीमेंट और रसायन: सीमेंट उद्योग मुख्यतः चित्तौड़गढ़, बूंदी और सवाई माधोपुर क्षेत्र में केंद्रित है, जो चूना पत्थर की उपलब्धता पर निर्भर है। रसायन उद्योग कोटा (फर्टिलाइजर्स) में केंद्रित है।
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(D) चमड़ा और ऊन: चमड़ा उद्योग के प्रमुख केंद्र जोधपुर (मोजड़ी) और ऊन उद्योग बीकानेर (ऊनी मिलें) और जोधपुर में केंद्रित हैं। खुशखेड़ा इन उद्योगों के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध नहीं है।
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